हर्षोदय टाइम्स/ राममिलन गुप्ता
महराजगंज। जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर संचालित उपकेंद्रों पर एएनएम नियमित रूप से नहीं बैठती हैं, जिससे गर्भवतियों और बच्चों को टीकाकरण को लेकर परेशान होना पड़ता है। फिर भी जिम्मेदार उदासीन बने हैं। बृहस्पतिवार को पड़ताल के दौरान ज्यादातर केंद्र बंद मिले। जरूरतमंद निराश लौट गए।
सुबह 9:30 बजे उपकेंद्र मोहद्दीपुर पर ताला लटका मिला। शांति देवी ने बताया कि सुबह में एएनएम सेंटर पर अपने बच्ची को टीका लगवाने के लिए आई थी, लेकिन केंद्र पर ताला लगा है। आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद घर वह चली गईं। रोशनी ने बताया कि उपकेंद्र पर एएनएम नियमित नहीं बैठती हैं। मजबूरी में टीकाकरण के लिए 10 किलोमीटर दूर पीएचसी पनियरा जाना पड़ता है।
10:40 बजे उपकेंद्र पिपरा रसूलपुर में ताला लटका था। बाहर पूजा अपने बच्चों को लेकर ताला खुलने का इंतजार कर रही थीं। उन्होंने बताया कि काफी देर से इंतजार कर रही हूं। केंद्र पर ताला लटका है। अब घर जा रही हूं। उन्होंने बताया केंद्र पर एएनएम कभी-कभार ड्यूटी पर आती हैं, जिससे टीका लगवाने में समस्या हो रही है। सुशीला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते गर्भवतियों और छोटे बच्चों को टीका लगवाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
11:15 बजे उपकेंद्र सिसवा अमहवा के पास मिले दिनेश कुमार ने बताया कि एएनएम सेंटर बदहाल है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर कभी कभार आकर एएनएम टीका लगाती हैं। सुनीता देवी ने बताया कि एक घंटे से एएनएम का इंतजार कर रही हूं। बेटी को टीका लगवाना था लेकिन एएनएम के कक्ष में ताला लगा है। इसलिए घर जा रही हूं।
11:56 बजे उपकेंद्र सरडिहा में ताला लटका मिला। गांव की कौशिल्या देवी ने बताया कि केंद्र पर एएनएम अपने मनमर्जी से आती हैं। गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चों को टीकाकरण में काफी दिक्कत होती है। लोगों को टीका लगवाने के लिए सीएचसी सदर या जिला अस्पताल जाना पड़ता है। बबिता ने कहा कि अपने बच्चों के टीकाकरण के संबंध में सुझाव के लिए केंद्र पर पहुंची थी, लेकिन केंद्र पर ताला लटका है।
डॉ. वीरेंद्र आर्या, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा कि सभी को केंद्र पर उपस्थित रहने का निर्देश है। अगर ऐसी लापरवाही हो रही है तो जांच के बाद संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।