मां के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगाया, 18 दिन बाद पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
गोरखपुर। रिश्तों को कलंकित कर देने वाली एक चौंकाने वाली घटना पीपीगंज थाना क्षेत्र के भुईधरपुर गांव में सामने आई है। यहां 18 दिन पहले लापता हुई 55 वर्षीय कलावती देवी की गुमशुदगी के पीछे का सच अब उजागर हुआ है। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि कलावती की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी ही पौत्री खुशी ने की थी। हत्या में खुशी की मां उतरा देवी ने भी साथ दिया। पुलिस ने सोमवार की सुबह दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
अपमान से तंग आकर बनाई हत्या की योजना
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में खुशी ने बताया कि उसकी दादी कलावती देवी उसे बार-बार ‘बंगालिन’ कहकर ताने देती थीं और अपमानित करती थीं। इसी बात से नाराज होकर उसने अपनी दादी को रास्ते से हटाने की ठान ली। घटना के दिन कलावती घर में अकेली थीं, तभी खुशी ने मौका पाकर धारदार हथियार से उनका गला काट दिया।
मां ने दी मदद, शव को ठिकाने लगाया
हत्या के बाद खुशी ने अपनी मां उतरा देवी को पूरी बात बताई। दोनों ने मिलकर कलावती का शव ठिकाने लगाने की साजिश रची। मां-बेटी ने शव को गांव के बाहर एक सुनसान स्थान पर छिपा दिया और किसी को भनक तक नहीं लगने दी।
गायब होने की सूचना पर शुरू हुई जांच
कलावती देवी के लापता होने की सूचना पर पुलिस ने 18 दिन पहले गुमशुदगी दर्ज की थी। जांच के दौरान पुलिस को कुछ संदिग्ध बयान मिले, जिससे शक की सुई परिवार की ओर घूम गई। लगातार पूछताछ और साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस को मां-बेटी की संलिप्तता के प्रमाण मिले।
गिरफ्तार मां-बेटी से बरामद हुआ हत्या का हथियार
सोमवार सुबह पुलिस ने दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार और कुछ कपड़े बरामद किए गए हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ग्रामीणों में दहशत, गांव में चर्चा का विषय बनी वारदात
इस दिल दहला देने वाली घटना से भुईधरपुर गांव में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि कलावती देवी सरल स्वभाव की थीं, किसी को अंदाजा नहीं था कि घर के अंदर ही ऐसी खौफनाक वारदात घट सकती है।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपितों को जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है, और मामले में आगे की जांच जारी है।

