हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो महराजगंज
महराजगंज। बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले में फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडेय के आदेश पर चार शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं एक अन्य शिक्षिका के खिलाफ भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी दोषी शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कार्रवाई की जद में आए शिक्षकों में मिठौरा ब्लॉक के परसौनी प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिवशंकर यादव शामिल हैं। 22 अगस्त 1995 में नियुक्त हुए शिवशंकर का हाईस्कूल (1977) और इंटर (1979) प्रमाणपत्र फर्जी साबित हुआ।
इसी प्रकार, परतावल ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय परसौना के सहायक अध्यापक घनश्याम का भी 1984 का हाईस्कूल प्रमाणपत्र जाली निकला। 1997 में बहराइच में नियुक्त हुए घनश्याम दिसंबर 2003 में महराजगंज स्थानांतरित हुए थे।
घुघली ब्लॉक की सहायक अध्यापिका शबाना खातून ने 2013 का फर्जी टीईटी प्रमाणपत्र दिखाकर 2016 में नौकरी हासिल की थी। जांच में गड़बड़ी पकड़े जाने पर उन्हें भी सेवा से हटा दिया गया।
परतावल ब्लॉक के पिपरा खादर प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक खुश्बुद्दीन का 2013 का टीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया, जिसके बाद उनकी भी बर्खास्तगी कर दी गई।
इसके अलावा बसहिया बुजुर्ग विद्यालय की शिक्षिका जगलक्ष्मी के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए हैं। उनके खिलाफ भी बर्खास्तगी की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
जांच में यह तथ्य सामने आया है कि बर्खास्त शिक्षकों में दो ने हाईस्कूल व इंटर के फर्जी प्रमाणपत्र, जबकि तीन ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के जाली दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाई थी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने साफ कहा है कि फर्जी कागजातों पर नौकरी पाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

