पडरौना चीनी मिल चालू कराने को प्रशासन ने कसी कमर

उत्तर प्रदेश कुशीनगर

10–12 दिनों में फिर होगी अहम बैठक

अजय कुमार पाठक कुशीनगर

कुशीनगर जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में किसानों और कर्मचारियों की उम्मीदें फिर से जग गईं। बैठक का मुख्य एजेंडा रहा पडरौना चीनी मिल को पुनः चालू कराना।

किसानों का बकाया और कर्मचारियों का वेतन पहली प्राथमिकता

डीएम ने स्पष्ट कहा कि गन्ना मूल्य का बकाया और कर्मचारियों का वेतन भुगतान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। धन की व्यवस्था, बकाए की अदायगी और खर्च का ब्यौरा जुटाकर 10–12 दिनों में फिर बैठक होगी।

मुख्यमंत्री की इच्छा  हर हाल में शुरू हो मिल

डीएम तंवर ने भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री स्वयं किसानों के हित में मिल चालू कराना चाहते हैं। यदि बकाया भुगतान कर दिया जाता है तो किसानों और कर्मचारियों की सहमति से कोर्ट में लंबित अपीलें वापस ली जाएंगी। कृषक प्रतिनिधियों ने भी इस पर सहमति जताई।

54 एकड़ भूमि से हटेगा अवैध कब्जा

बैठक में यह भी तय हुआ कि मिल की लगभग 54 एकड़ भूमि पर हुए अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। इसके लिए किसानों से सहयोग मांगा गया। डीएम ने एसडीएम पडरौना को अतिक्रमण चिन्हित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

ढाडा चीनी मिल परियोजना पर भी चर्चा

डीएम ने जानकारी दी कि ढाडा चीनी मिल परियोजना में 20 परिवारों को चार गुना मुआवजा मिलने के बावजूद सहमति नहीं बनी है। इस पर कृषक प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि एक से डेढ़ माह के भीतर वार्ता कर समाधान निकाला जाएगा।

बैठक में रहे ये लोग

बैठक में एडीएम वैभव मिश्रा, एसडीएम पडरौना ऋषभ पुंडीर, कृषक प्रतिनिधि छोटेलाल सिंह, संजय मल्ल, बुंदल पांडेय, राकेश दत्त शुक्ल, मिल कर्मचारी मनोज श्रीवास्तव, टी. एन. सिंह, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, कामेश्वर तिवारी और लेखपाल योगेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।

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