- कुशीनगर जिले के तमकुहीराज थाने का मामला
- तमकुहीराज थाने का चर्चित दीवान लाल मोहन चौहान का रौब, सोशल मीडिया पर हुआ बेनकाब
हर्षोदय टाइम्स से अजय पाठक ,
कुशीनगर । हक छीनने वाले समझते हैं कि वह जीत गए, लेकिन वक्त की अदालत में हर पाप का हिसाब तय होता है यह कहावत आप सभी सुने अवश्य होगे। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बारह घंटे से एक वीडियो वायरल होकर धूम मचाई है। मामला तमकुहीराज थाना क्षेत्र के दाहूगंज बाजार का बताया जा रहा है। एक व्यक्ति अपने बन रहे नवीन मकान में जंगला, चौखट के कार्य के लिए लकड़ी पिकप वाहन से लेकर अपना घर आ रहा था कि दाहूगंज बाजार में तमकुहीराज थाना के चर्चित दीवान जी उससे भीड़ गए, कारण जो भी हो उक्त व्यक्ति द्वारा अपनी मौलिक अधिकारों की गुहार लगातार लगाई जा रही थी। मौके पर काफी भीड़ इक्कठा हो गई और थोड़े समय के लिए सड़क अवरुद्ध भी गया, जागरूक लोगों ने किसी तरह मामला शांत कराया। लेकिन उक्त चर्चित दीवान लाल मोहन चौहान की कार्यशैली ने सोशल मीडिया पर पुलिस की छबि पर एक बार सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।
पीड़ित लगाता रहा गुहार, दीवान जी थोड़ा समझिए तो
मिली जानकारी के मुताबिक तमकुहीराज थाना क्षेत्र के ग्राम मुन्नीपट्टी निवासी लल्लू कुमार पुत्र योगेंद्र शर्मा ने अपने बन रहे घर में जंगला लगाने के लिए लकड़ी की चिरान कराकर दाहूगंज बाजार में पहुंचा था तभी वही चर्चित दीवान लाल मोहन चौहान पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दीवान जी उक्त लकड़ी की जाँच पड़ताल में जुट गए और भौकाल बनाकर युवक को गेयर में लेने का प्रयास किये पहले तो युवक ने शालीनता से सब कुछ बताया लेकिन साहब का टार्चर बढ़ता जा रहा था फिर क्या था लडके का धैर्य जबाब दे गया और जो भी मन में आया सब सुना दिया। लोगों के बीच – बचाव से मामला शांत हुआ और लड़का थाने के बजाय अपने घर गया।
बहरहाल लल्लू कुमार द्वारा अपनी मौलिक अधिकार की गुहार उक्त दीवान जी को समझ में नहीं आया, और उन्होंने एक बार फिर पुलिस की छबि पर सवालिया निशान खड़ा कर दिए। अब देखना शेष है कि अपनी कार्यशैली के लिए आम लोगों के दिलों पर राज करने वाले एसपी कुशीनगर संतोष कुमार मिश्र का उक्त घटना पर एक्शन क्या होता हैं..?


 
	 
						 
						