विधायक पद पर दो क्षेत्रों से एक ही ब्राह्मण परिवार का रहा दबदबा

इस परिवार के चार लोग फरेंदा और नौतनवां विधान सभा क्षेत्र से कुल 11बार जीते विधान सभा चुनाव

उमेश चन्द्र त्रिपाठी/ अशोक कुमार पांडे
महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : उत्तर प्रदेश के तराई के जिले महराजगंज में आजादी के बाद से अब तक कोई भी ब्राह्मण प्रत्याशी चुनाव जीतकर संसद में नहीं पहुंच पाया। साल 1984 में पहली बार महराजगंज लोकसभा सीट पर ब्राह्मणों के मशीहा कहे जाने वाले पूर्वांचल के कद्दावर नेता पंडित हरिशंकर तिवारी भी निर्दल चुनाव लड़कर संसद में पहुंचना चाहते थे पर 90 हजार वोट पाकर वह दूसरे स्थान पर सिमट गये। हालांकि स्थानीय निकाय से चुने गए तीन बार के विधान परिषद सदस्य और पूर्व विधान परिषद सभापति गणेश शंकर पाण्डेय बसपा और पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी के छोटे भाई अजीत मणि त्रिपाठी सपा से 2009 में लोकसभा चुनाव लड़े थे पर ये दोनों महारथी चुनाव हार गए। गणेश शंकर पाण्डेय को 1,81,846 और अजीत मणि त्रिपाठी को 1,06,602 वोट मिले थे। उसके बाद 2014 में बसपा के टिकट पर काशीनाथ शुक्ला ने भी जोर आजमाइश की पर वह भी चुनाव हार गए। काशीनाथ शुक्ला को 2,31,084 वोट मिले थे। ऐसा नहीं है कि इनके अलावा और कोई ब्राह्मण नेता नहीं है।

महराजगंज जिले में अभी तक चुने गए ब्राह्मण विधायकों की सूची के अनुसार श्यादेउरवा विधान सभा क्षेत्र से जनार्दन प्रसाद ओझा 5 बार, अमरनाथ मिश्रा एक बार,भृगुनाथ चतुर्वेदी एक बार और महातम प्रसाद तिवारी एक बार विधायक रहे।
फरेंदा विधान सभा क्षेत्र से श्याम नारायण तिवारी चार बार, लक्ष्मी नारायण पाण्डेय दो बार, विनोद मणि त्रिपाठी दो बार, नरसिंह पांडे एक बार विधायक रहे।
नौतनवां विधान सभा क्षेत्र से पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी चार बार, रामलगन दूबे एक बार,अमन मणि त्रिपाठी एक बार रहे, वर्तमान में ऋषि त्रिपाठी मौजूदा विधायक हैं!
सिसवा विधान सभा क्षेत्र से मदन पांडेय एक बार और अवनीन्द्र नाथ दूबे उर्फ महंत दूबे एक बार विधायक रहे। ये सभी नेता महराजगंज जनपद में ब्राह्मणों के चर्चित चेहरे रहे हैं पर इनमें से कोई लोकसभा तक नहीं पहुंच पाया। 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर कद्दावर ब्राह्मण नेता अमर मणि त्रिपाठी अपने पूर्व विधायक पुत्र अमन मणि त्रिपाठी या अपनी बहू ओशिन मणि को संसद में पहुंचाने के लिए एड़ी चोटी एक कर दिए हैं पर क्या वे सफल हो पाएंगे यह अभी भविष्य के गर्त में है लेकिन इस परिवार का कोई भी सदस्य अगर लोकसभा का चुनाव लड़ा तो बड़े कांटे का मुकाबला होने की उम्मीद जताई जा रही है? आगे क्या होगा यह एक बड़ा यक्ष प्रश्न है?
महराजगंज लोकसभा सीट से जाने कौन कब-कब रहा सांसद
1952 प्रोफेसर सिब्बन लाल सक्सेना (निर्दल)
1957 प्रोफेसर सिब्बन लाल सक्सेना (निर्दल)
1962 महादेव प्रसाद (कांग्रेस)
1967 महादेव प्रसाद (कांग्रेस)
1971 प्रोफेसर सिब्बन लाल सक्सेना (निर्दल)
1977 प्रोफेसर सिब्बन लाल सक्सेना (जनता पार्टी)
1980 अशफाक हुसेन अंसारी (कांग्रेस)
1984 जीतेन्द्र सिंह (कांग्रेस)
1989 हर्ष वर्धन सिंह (जनता दल)
1991 पंकज चौधरी (भाजपा)
1996 पंकज चौधरी (भाजपा)
1998 पंकज चौधरी (भाजपा)
1999 कुंवर अखिलेश सिंह (सपा)
2004 पंकज चौधरी (भाजपा)
2009 हर्ष वर्धन सिंह (कांग्रेस)
2014 पंकज चौधरी (भाजपा)
2019 पंकज चौधरी (भाजपा)
2019 में पंकज चौधरी को कुल 7,26,349 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर सपा प्रत्याशी कुंवर अखिलेश को 3,85,925 वोट मिले थे। 72,516 वोटों के साथ कांग्रेस की प्रत्याशी सुप्रिया श्रीनेत तीसरे स्थान पर रहीं। कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। चौथे नंबर के प्रत्याशी को अगर छोड़ दें तो अन्य सभी को दस हजार से कम वोट मिले थे। इस चुनाव में पंकज चौधरी ने 3,40,424 वोटों के भारी अंतर से सपा के कुंवर अखिलेश सिंह को बुरी तरह पराजित कर दिया।

