हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
महराजगंज। : गुरु की महत्ता को बनाए रखने के उद्देश्य से हिंदू पंचांगानुसार भगवान विष्णु के अंश के रूप में ऋषि परासर की पत्नी सत्यवती के गर्भ से आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को जन्म लेकर धरती पर आए महर्षि वेदव्यास द्वारा अपने माता-पिता को प्रथम गुरु मानने व प्रभु दर्शन के मार्ग दर्शन करने की अमर कथा से जुड़े व्यास पूर्णिमा अर्थात गुरु पूर्णिमा को गुरुवार के दिन में धूमधाम से मनाया गया।
शिकारपुर क्षेत्र के बेलवा टीकर में स्थित रामजानकी मंदिर के कथा भवन में महंत अत्रिमुनि दास द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा गुरु महिमा पर आधारित “गुरु बिन ज्ञान न होई” भजन कीर्तन के बीच आत्मशुद्धि, श्रद्धा व समर्पण के भाव से अपने वैकुंठवासी गुरु स्वर्गीय महंत रामप्रिय दास जी महराज को याद किया गया।शाम को इस अवसर पर आयोजित भंडारे में साधु-संतों सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
वही इस मौके पर गायत्री शक्ति पीठ अमरूतिया ,महराजगंज में विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ,जिसमें चौबीस घण्टे के अखंड गायत्री महामंत्र के जप, महिला टोली नायक प्रियंका नायक व राधा जायसवाल की टोली द्वारा पंच कुंडी गायत्री महायज्ञ,दीक्षा संस्कार ,अन्य संस्कार सहित अंत में यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ प्रसाद व महा प्रसाद संग सत्संकल्प पाठ सम्पन्न कराए गए। इस कार्यक्रम में सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया व नपा के पूर्व अध्यक्ष कृष्णगोपाल जायसवाल की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस मौके पर उपस्थित लोगों ने अपने अंदर के विकारों को त्यागने व अच्छाइयों को ग्रहण करने का संकल्प लें लिया। इसमें महिला मंडल की बहनों व युवा प्रकोष्ठ के स्वजनों तथा गायत्री परिवार के ट्रस्टियों ने अमूल्य योगदान दिया।
