हर्षोदय टाइम्स / विवेक कुमार पाण्डेय
महराजगंज। परतावल विकास खंड के ग्राम पंचायत बेलवा बुजुर्ग में जलजमाव की गंभीर समस्या ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर दिया है। गांव की मुख्य व उप-नालियां पूरी तरह भर चुकी हैं और निकास अवरुद्ध होने से गंदा पानी सड़कों से होते हुए घरों तक पहुंचने लगा है। जलजनित रोगों के फैलने का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों के अनुसार, पूर्व में गांव का नालीजल सीधे नहर में प्रवाहित होता था, लेकिन सिंचाई विभाग ने फसलों को नुकसान की आशंका को देखते हुए नहर से जुड़े सभी निकास बिंदुओं को बंद कर दिया। विभाग का निर्णय सिंचाई हित में समझदारी भरा कदम माना जा रहा है, लेकिन नालियों को बंद किए जाने के बाद पूरे गांव में अभूतपूर्व जलभराव की समस्या खड़ी हो गई है।
वर्तमान स्थिति यह है कि गांव की कई गलियां छोटे-छोटे तालाबों में तब्दील हो चुकी हैं। लगातार बढ़ते जलभराव से डेंगू, मलेरिया और अन्य जलजनित बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
समस्या के समाधान की मांग करते हुए चंद्र प्रकाश पटेल, राम ललित गुप्ता, नागेश्वर पटेल, गुलाम मोहम्मद, परदेशी, विशार्यी, अनुज राज, इश्तियाक खान सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन की उदासीनता स्थिति को और बिगाड़ रही है।
ग्रामीणों की चेतावनी स्पष्ट है
यदि तत्काल जल निकासी की व्यवस्था, नालियों की सफाई और वैकल्पिक निकास मार्ग नहीं खोले गए, तो आने वाले दिनों में वे व्यापक आंदोलन को मजबूर होंगे।
ग्रामीणों का सवाल आखिर कब मिलेगा जलभराव से छुटकारा?

