गांव में नालियां जाम, सफाईकर्मी लापता; शिकायतों के बावजूद विभाग मौन
हर्षोदय टाइम्स/परतावल (महराजगंज)। विकासखंड परतावल की ग्राम सभा धरमौली टोला डुमरी में विकास कार्यों की हकीकत जमीनी स्तर पर उजागर होने लगी है। गांव की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप है। मुख्य मार्गों से लेकर गलियों तक कूड़ा-कचरा और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। महीनों से नालियां जाम हैं, जिससे दुर्गंध और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि पूरा पंचायती कार्यकाल बीत गया, लेकिन सफाईकर्मी का कभी अता-पता नहीं रहा। ग्रामीण रमाशंकर भारतीय, मुकेश वर्मा, शंभू राजभर, अमित मौर्या, निखिल राजभर और अमित राजभर ने बताया कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि शायद ही किसी ने सफाईकर्मी को गांव में झाड़ू लगाते देखा हो।

गांव में लगाए गए सरकारी हैंडपंप भी जर्जर अवस्था में हैं। कई हैंडपंप कूड़े-कचरे और नरकट से घिरे पड़े हैं, जिससे पानी निकालना तो दूर, उनके पास खड़ा होना भी मुश्किल है। कई हैंडपंपों से पानी निकलना बंद हो गया है। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
कागजों में सीमित विकास, जवाबदेही पर उठे सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि विकास के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति की गई है। सफाई व्यवस्था हो या पेयजल सुविधा—हर व्यवस्था चरमराई पड़ी है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि केवल बैठकों और रिपोर्टों तक सीमित हैं, जबकि जमीनी हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
प्रशासन हुआ सक्रिय
इस संबंध में विकास खंड अधिकारी परतावल संतोष कुमार यादव ने बताया, “ग्राम सभा धरमौली टोला डुमरी में सफाई व्यवस्था और हैंडपंपों की स्थिति की जानकारी मिली है। संबंधित सचिव और सफाईकर्मी को तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही स्थिति में सुधार दिखेगा।”
गांव में गंदगी और पेयजल संकट जैसे मुद्दे पंचायत व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। ग्रामीणों को अब उम्मीद है कि प्रशासनिक सख्ती के बाद उनके गांव में भी विकास की तस्वीर बदलेगी।

