जिलाधिकारी ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

अपर्याप्त सफाई पर नाराजगी, संबंधित फर्म पर जुर्माना लगाने का निर्देश

मरीजों से की बातचीत, जनऔषधि केंद्र से दवा उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

महराजगंज, 21 अक्टूबर। जिलाधिकारी सन्तोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को संयुक्त चिकित्सालय महराजगंज का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ट्रॉमा सेंटर में भर्ती अर्चना गुप्ता निवासी गौनरिया बाबू से बातचीत कर अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

मरीज के पास बाहर की दवा की पर्ची देखकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने चिकित्सक को सख्त निर्देश दिए कि अस्पताल परिसर में केवल आधिकारिक पर्ची पर ही दवा लिखी जाए और किसी भी दशा में बाहर की दवा न लिखी जाए। यदि अस्पताल में दवा उपलब्ध नहीं है, तो मरीजों को जनऔषधि केंद्र से दवा उपलब्ध कराई जाए।

गंदी बेडशीट और सफाई व्यवस्था पर जताई नाराजगी

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने एक मरीज की गंदी बेडशीट और अपर्याप्त सफाई देखकर संबंधित फर्म के खिलाफ जुर्माना लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को नियमित सफाई रखने, मास्क व दस्ताने के उपयोग और अपनी सुरक्षा पर ध्यान देने की हिदायत दी। जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पताल के वार्डों और परिसर में हर समय स्वच्छता बनी रहनी चाहिए।

डायलिसिस केंद्र का निरीक्षण, मरीजों से ली जानकारी

इसके बाद जिलाधिकारी ने डायलिसिस केंद्र का निरीक्षण किया, जहां कुल 11 मरीजों का डायलिसिस चल रहा था। उन्होंने मरीजों से संवाद कर उनकी स्वास्थ्य स्थिति और डायलिसिस प्रक्रिया की जानकारी ली।

फार्मेसी की जांच में स्टॉक और वैधता पर दिया जोर

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने फार्मेसी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने दवाओं की वैधता अवधि, स्टॉक पंजिका और वितरण रजिस्टर की जांच की। उन्होंने निर्देश दिया कि एक्सपायर दवाएं स्टॉक में न रहें और जिन दवाओं की अवधि समाप्त होने वाली हो, उनकी मांग समय से कर ली जाए।

एआरटी सेंटर पर एचआईवी मरीजों से की बातचीत

जिलाधिकारी ने एआरटी सेंटर का भी निरीक्षण किया। यहां कुल 26 मरीजों को दवा वितरण किया गया था। जिलाधिकारी ने एचआईवी/एड्स से पीड़ित मरीजों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया और बेहतर सुविधा देने के निर्देश दिए।

बाल रोग वार्ड और इमरजेंसी का भी किया निरीक्षण

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पुरानी इमरजेंसी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड तथा एक्स-रे कक्ष का भी निरीक्षण किया। बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा 11 बच्चों की जांच की गई थी। अधिकांश मरीजों ने अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया।

“जरूरतमंदों के लिए जिला अस्पताल बने उत्कृष्ट इलाज का केंद्र” :  डीएम

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला अस्पताल में अधिकतर जरूरतमंद मरीज इलाज के लिए आते हैं। इसलिए चिकित्सकों और कर्मचारियों को चाहिए कि वे पूरे मनोयोग से सेवा करें और मरीजों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराएं।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल को उत्कृष्ट और सस्ती चिकित्सा सेवा का केंद्र बनाना सभी की जिम्मेदारी है।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी डॉ. प्रशांत कुमार, सीएमएस डॉ. ए.के. द्विवेदी, डॉ. ए.बी. त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *