हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो महराजगंज
महराजगंज। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित इशिता मलिक हत्याकांड का मुख्य आरोपी देशराज सिंह आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। सोमवार तड़के इंडो-नेपाल बॉर्डर के नौतनवा इलाके से पश्चिम बंगाल पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन सीमा पार करने से पहले ही दबोच लिया गया।
बताया जाता है कि 25 अगस्त को नदिया जिले के कृष्णानगर स्थित पालपाड़ा में कॉलेज छात्रा इशिता मलिक की उसके घर के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज वारदात का आरोप देशराज पर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इशिता और आरोपी के बीच पहले संबंध थे, लेकिन रिश्ता टूटने के बाद देशराज ने प्रतिशोध की भावना से यह कदम उठाया।
हत्या के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था और लगातार ठिकाने बदल रहा था। रविवार को पुलिस को अहम सुराग उस वक्त मिला जब गुजरात के जामनगर से आरोपी के मामा कुलदीप सिंह को हिरासत में लिया गया। कुलदीप पर आरोप है कि उसने देशराज की फरारी में मदद की और उसके लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार करवाए। इसी कड़ी से पुलिस को शक हुआ कि आरोपी नेपाल भागने की कोशिश कर सकता है।
सूचना पुख्ता होते ही पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम ने महराजगंज पुलिस के सहयोग से नौतनवा सीमा पर घेराबंदी की और देशराज को दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर कृष्णानगर ले जाया गया है, जहां अदालत में पेशी के बाद आगे की पूछताछ होगी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले में आरोपी को बचाने में कुछ प्रभावशाली रिश्तेदारों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
