स्वास्थ्य सेवाओं में ढिलाई बर्दाश्त नहीं : डीएम

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी का कड़ा रुख, कई लोगों पर कार्यवाही की गिरी गाज।

रिक्त सबसेंटर पर एनएम की तैनाती का दिया निर्देश।

बिना सूचना अनुपस्थित 05 एएनएम और 01 सीएचओ की बर्खास्तगी का नोटिस जारी।

संस्थागत प्रसव में खराब प्रगति को लेकर डीसीपीएम और बीसीपीएम फरेंदा को नोटिस जारी।

स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पनियरा को प्रतिकूल प्रविष्टि।
पूर्ण टीकाकरण में 70% से कम प्रगति वाली एएनएम का एक इंक्रीमेंट रोकने का निर्देश।

टीकाकरण बेहद अहम, प्रभावी तरीके से टीकाकरण को करें सुनिश्चित: जिलाधिकारी

स्वास्थ्य सेवाओं में शिथिलता नहीं की जाएगी बर्दाश्त: जिलाधिकारी

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो,

महराजगंज | 30 अगस्त 2025 जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा के दौरान डीएम ने जमकर नाराजगी जताई और कई अधिकारियों–कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।

टीकाकरण में ढिलाई पर चेतावनी

डीएम ने पूर्ण टीकाकरण की कम प्रगति पर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने 70 प्रतिशत से कम प्रगति वाली एएनएम का एक इंक्रीमेंट रोकने और 80 प्रतिशत से कम प्रगति वालों को चेतावनी जारी करने का आदेश दिया। जीरो डोज वाले बच्चों की अधिक संख्या पर बीपीएम रतनपुर को नोटिस जारी करने को कहा। पेंटा–1 से पेंटा–3 तक ड्रॉपआउट मामलों में वृद्धि पर एमओआईसी पनियरा को फटकार लगाई।

अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई

बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर 5 एएनएम और 1 सीएचओ को बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया गया। रिक्त सबसेंटर पर तत्काल एनएम तैनात करने का आदेश भी दिया गया। वहीं एचबीएनसी भ्रमण न करने पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पनियरा को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई।

संस्थागत प्रसव व शिकायतें

फरेंदा में संस्थागत प्रसव की खराब स्थिति पर डीसीपीएम और बीसीपीएम को नोटिस थमाया गया। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली 50 आशाओं की भी समीक्षा कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया। आरबीएसके में लगातार शिकायतें मिलने पर दंत चिकित्सक डॉ. नीरज सिंह की सेवा समाप्ति हेतु नोटिस देने के आदेश हुए।

अन्य निर्देश

ई–संजीवनी योजना में प्रति सीएचओ कम से कम 6 और प्रति मेडिकल ऑफिसर 10 टेली कंसल्टेंसी सुनिश्चित करने को कहा गया। शत–प्रतिशत शिशु मृत्यु वाले प्रकरणों में सभी एमओआईसी को मृत्यु के कारणों की समीक्षा अनिवार्य रूप से करने का निर्देश मिला। डीएम ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों में जन्मे प्रत्येक बच्चे को बीसीजी का टीका लगे और मंत्रा ऐप पर इसकी फीडिंग सुनिश्चित की जाए।

डीएम ने चेताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं होगी और शासन की मंशा के अनुरूप आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा हर हाल में मिलनी चाहिए।

बैठक में सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला, एसीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. वीरेन्द्र आर्या समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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