हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो महराजगंज
महराजगंज। लक्ष्मीपुर विकास खण्ड में तैनात सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) वृजानन्द यादव का कोटे के चयन में रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। इस प्रकरण ने जिलेभर में चर्चाओं का माहौल बना दिया है और अब उच्चाधिकारियों ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच समिति का गठन किया है। जांच की जिम्मेदारी जिला विकास अधिकारी एवं उपायुक्त (स्वतः रोजगार) को सौंपी गई है। समिति को निर्देश दिया गया है कि वह मामले की गहनता से जांच कर एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करे।
प्रशासन ने इस बीच तत्काल प्रभाव से बड़ी कार्रवाई भी की है। आरोपों से घिरे एडीओ (आईएसबी) वृजानन्द यादव को अग्रिम आदेश तक उनके वर्तमान कार्य से हटाकर उपायुक्त (स्वतः रोजगार) कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
गौरतलब है कि वायरल हुए वीडियो में एडीओ आईएसबी द्वारा कथित रूप से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेने की बात सामने आई थी। यह वीडियो सिसवनिया विशुन ग्राम सभा में कोटा चयन प्रक्रिया से जुड़ा बताया जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया था और लोगों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोटा चयन प्रक्रिया में धांधली की शिकायतें समय-समय पर मिलती रही हैं, लेकिन पहली बार इसका वीडियो सबूत के तौर पर सामने आया है। अब देखना यह होगा कि जांच के बाद इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन किस हद तक सख्ती दिखाता है।
(जिला सूचना कार्यालय, महराजगंज)


 
	 
						 
						