हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो महराजगंज
महराजगंज। सावन–भादो का संगम और भक्ति का उमंग—ऐसा ही नजारा इस बार 26 अगस्त को दिखाई देगा, जब जिलेभर की महिलाएं हरतालिका तीज पर निर्जला व्रत धारण कर अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना करेंगी। सुहागिनों के गीतों और शिव–पार्वती की आराधना से मंदिरों और घर-आँगनों का वातावरण भक्ति रस में डूब जाएगा।
🌺 क्यों खास है यह तीज
आचार्य अमरनाथ पाण्डेय ने बताया कि मान्यता है कि माता पार्वती ने कठोर तप कर भगवान शिव को पति रूप में पाया था। तभी से विवाहित स्त्रियां इस व्रत को करती हैं। महिलाएं दिनभर जल की एक बूंद तक ग्रहण नहीं करतीं और शाम को शिव–गौरी का श्रृंगार कर पूजन करती हैं। रातभर भजन–कीर्तन और मंगलगीत गूंजते हैं।
🌞 अगले दिन होगा व्रत का पारण
यह व्रत बेहद कठिन माना जाता है, क्योंकि महिलाएं बिना अन्न–जल ग्रहण किए उपवास करती हैं। अगले दिन सूर्योदय के बाद शिव–पार्वती की पूजा और जल अर्पित कर व्रत का समापन किया जाता है।
🕉️ ज्योतिषाचार्य का मत
इस बार तृतीया तिथि 25 अगस्त सोमवार रात 11:39 बजे से शुरू होकर 26 अगस्त रात 12:40 बजे तक रहेगी। ऐसे में हरतालिका तीज व्रत 26 अगस्त को ही किया जाएगा। आचार्य अमरनाथ पाण्डेय के अनुसार विवाहित महिलाएं ही नहीं बल्कि कुंवारी कन्याएं भी यह व्रत कर सकती हैं। इससे उन्हें मनचाहा वर और वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
🌸 मंदिरों में लगेगा मेला–सा माहौल
नगर और ग्रामीण इलाकों के शिवालयों में महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। जगह–जगह पूजन, सजावट और भजन–कीर्तन के आयोजन होंगे। सुहागिनें नई साड़ी, श्रृंगार और मेहंदी से सजी धजी नज़र आएंगी।
इस बार हरतालिका तीज पर महराजगंज शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक भक्ति और श्रृंगार का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।

