- शव को कब्र से निकालकर तंत्र या कुछ और मामला
- मामले में पुलिस ने दर्ज किया केस
- पुलिस ने बच्ची की मां जुबैदा खातून, उसकी बहन सुबैदा, सुगनु खान और तबारक को किया गिरफ्तार
हर्षोदय टाइम्स/अजय कुमार पाठक कुशीनगर
कुशीनगर से दिल दहला देने वाली कहानी सामने आई है, जिसने पूरे गांव को हैरान कर दिया। दरअसल, यहां एक दस साल की बच्ची की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने शव कब्रिस्तान में दफना दिया था।
शव दफनाए जाने के कुछ ही दिन बाद कब्र खाली थी, वहां से लाश गायब थी। लोगों को पता चला तो सनसनी फैल गई। इसके बाद किसी ने सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस जांच करने पहुंची। कुछ दिनों तक पड़ताल के बाद जो सच सामने आया, उससे अफसर और स्थानीय लोग दंग रह गए।
जानकारी के अनुसार, यह कहानी कुशीनगर के पटहेरवा इलाके के एक गांव पटहेरिया का टोला सहदौली की है। यहां एक दस साल की बच्ची की मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने उसके शव को दफना दिया था। बच्ची का शव 18 जुलाई को दफनाया गया था। इसके बाद 21 जुलाई को उसका शव अचानक कब्र से गायब हो गया। कब्र खाली थी, वहां सिर्फ गड्ढा दिख रहा था। किसी को कुछ पता नहीं कि आखिर हुआ क्या है। गांव में हलचल मच गई कि आखिर मासूम की लाश कहां गई?
यह जानकारी पुलिस तक पहुंची। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। इसके बाद जांच शुरू की गई। जांच-पड़ताल के चलते 16 दिन बाद जो सच सामने आया, उसे जानकर लोग सन्न रह गए। कब्र से बस 100 मीटर दूर सुनसान टावर की झाड़ियों में बच्ची की लाश मिली। लाश के पास एक बुर्का और एक साड़ी पड़ी थी। इन्हीं कपड़ों ने तंत्र-मंत्र की कहानी खोलकर रख दी। इस कहानी में पता चला कि मासूम बच्ची को फिर से जिंदा करने की कोशिश में उसके शव को निकाला गया और तंत्र क्रिया की गई।
जब ये सच्चाई सामने आ गई तो पुलिस ने बच्ची की मां जुबैदा खातून, उसकी बहन सुबैदा, सुगनु खान और तबारक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि इन्हीं लोगों ने मिलकर रात में बच्ची के शव को कब्र से निकाला और तंत्र क्रिया करने की कोशिश की, लेकिन पकड़े जाने के डर से शव को झाड़ियों में छोड़कर भाग गए।
लोगों का कहना है कि एक मां अपनी बेटी को दोबारा जिंदा करने के लिए उसकी कब्र खोदकर शव को निकालकर काला तंत्र करती है। क्या ये अंधविश्वास था? या कुछ और कहानी थी। फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को अरेस्ट कर कार्रवाई शुरू कर दी है। एक मां, जिसने अपनी बेटी को खोया, लेकिन अंधविश्वास में इतना डूब गई कि उसे जिंदा करने की उम्मीद में कानून की भी हदें पार कर गई।
सीओ राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि किसी ने सूचना दी थी कि एक बच्ची का शव कब्र से गायब कर दिया गया है, सूचना के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की जिसके बाद पूरी कहानी सामने आ गई। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
