गांव होंगे डिजिटल, बच्चों से लेकर बूढ़े तक पढ़ सकेंगे  ई–किताबें

उत्तर प्रदेश महाराजगंज


हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो

महराजगंज- 19 जुलाई 2025, जनपद में अब गांव-गांव डिजिटल बनेंगे। ग्रामीण अब अपने गांव के पंचायत भवन में दुनिया भर की किताबें पढ़ सकेंगे। पंचायतराज विभाग के डिजिटल लाइब्रेरी स्थापना योजना के तहत जनपद के 101 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
             
इस संदर्भ में जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा द्वारा जिला स्तरीय समिति की बैठक करते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होंने डिजिटल लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं, एनसीईआरटी, महान विभूतियों की जीवनी व आत्मकथा संबंधी उपयोगी पुस्तकों की सूची तैयार कर उनके डिजिटल कॉपी को खरीदने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने फर्नीचर खरीद की प्रक्रिया को भी जल्द से जल्द शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों के लिए पुस्तकों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए ई–ग्रन्थालय का सब्सक्रिप्शन लेने का निर्देश दिया।
जनपद में 101 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही है। प्रथम चरण में  में 02 या 02 से अधिक कक्षों वाले पंचायत भवनों का चयन किया गया। डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना हेतु प्रति ग्राम पंचायत 04 लाख रुपए खर्च होंगे। इसमें 1,30000 रुपए आईटी उपकरणों की खरीद पर खर्च होंगे, जबकि नब्बे–नब्बे हजार रुपए से जिलास्तरीय समिति द्वारा नेशनल बुक ट्रस्ट और विभिन्न प्रकाशकों से पुस्तकों की खरीद की जाएगी।।
           पुस्तकालय को कंप्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट सुविधाओं या ब्रॉडबैंड सेवाओं जैसे डिजिटल संसाधनों एवं फर्नीचर आदि से युक्त किया जाएगा। लाइब्रेरी में 02 लाख रुपये डिजिटल कंटेंट और किताबें खरीदने पर खर्च किए जाएँगे। ये किताबें उन लोगों के लिए पुस्तकालयों में संग्रहित की जाएँगी जो पुस्तकालय में अध्ययन करना चाहते हैं। पुस्तकालय में न केवल पाठ्य पुस्तकें, बल्कि विभिन्न विषयों पर ई-पुस्तकें और उन्नत अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त, छात्रों को ऑनलाइन शिक्षण और शोध के लिए आधुनिक दृश्य-श्रव्य उपकरण और इंटरनेट कनेक्टिविटी भी उपलब्ध होगी। छात्रों को अपनी पसंदीदा अध्ययन सामग्री आसानी से प्राप्त करने में मदद करने के लिए एक सुव्यवस्थित प्रबंधन प्रणाली स्थापित की जाएगी।
डिजिटल पुस्तकालय का संचालन पंचायत सहायक/अकाउण्टेन्ट-कम-डाटा- इण्ट्री ऑपरेटर द्वारा किया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान ग्राम पंचायत एवं सचिव ग्राम पंचायत द्वारा क्रियान्वयन तथा अनुश्रवण किया जायेगा।

डिजिटल पुस्तकालय हेतु क्रय कर उपलब्ध करायी जाने वाली सामग्री का अंकन सम्बन्धित ग्राम पंचायत द्वारा अपने स्टॉक रजिस्टर में किया जाएगा। पंचायतीराज विभाग की वेबसाईट https://prdfinance.up.gov.in पर वेब पेज के माध्यम से ऑनलाईन एम०आई०एस० की जायेगी और लाईब्रेरी स्थापना के उपरान्त उनका जियोटैगिंग भी किया जायेगा।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को उन्नत शैक्षिक संसाधनों तक पहुँच प्रदान करना है, ताकि वे डिजिटल युग के साथ तालमेल बिठा सकें। ग्रामीण छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ने और उन्हें उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षण सामग्री प्रदान करना
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि गांवों में बच्चों के लिए ई-पुस्तके, डिजिटल सामग्री और अन्य अध्ययन संसाधन आसानी से उपलब्ध कराने हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना कराई जा रही है।

जिला पंचायतराज अधिकारी सुश्री श्रेया मिश्रा द्वारा प्रत्येक डिजिटल पुस्तकालय में शिक्षा को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पुस्तकें, प्रश्नोत्तरी, वीडियो, ऑडियो व्याख्यान और अन्य शैक्षिक संसाधन उपलब्ध होंगे। आगे 100 अन्य ग्राम पंचायतों में को भी चयनित कर डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की  जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *