महराजगंज में इस बार दो चौधरी होंगे आमने-सामने- सूत्र
बसपा ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला
उमेश चन्द्र त्रिपाठी/अशोक कुमार पांडे
महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : 2024 के लोकसभा चुनाव में फरेंदा विधायक वीरेंद्र चौधरी महराजगंज से लोकसभा के प्रत्याशी हो सकते हैं। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि इसकी घोषणा कांग्रेस हाईकमान अगले दो या तीन दिनों में कर सकती है।
बता दें कि 2024 लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर 9 वीं बार केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दे दिया है। पंकज चौधरी 1991,1996,1998, 2004, 2014,2019 में 6 बार चुनाव जीत चुके हैं और अभी केन्द्र सरकार में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पद पर आसीन हैं। पंकज चौधरी एक बार जीत की हैट्रिक भी लगा चुके हैं। अगर 2024 का चुनाव पंकज चौधरी जीतते हैं तो उनकी दूसरी बार हैट्रिक होगी और उनकी गिनती एक नया इतिहास रचने में कामयाब होने वाले सांसदों में होगी।
बता दें कि महराजगंज लोकसभा सीट पर सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन है जो कांग्रेस को मिली है। इस सीट पर सपा अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी वह कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन करेगी। लेकिन महराजगंज लोकसभा में कद्दावर कांग्रेसी नेताओं का टोंटा है। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए जो तीन नाम सामने आ रहे उनमें पूर्व सांसद व पूर्वांचल के कद्दावर नेता हर्षवर्धन की पुत्री सुप्रिया श्रीनेत, फरेंदा से पहली कांग्रेस के टिकट पर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल विधायक बने वीरेंद्र चौधरी और कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष शरद कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह प्रमुख हैं। बसपा से कौन लड़ेगा इसकी अभी तक कोई चर्चा नहीं है।
हाल ही में नौतनवां के पूर्व विधायक अमन मणि त्रिपाठी ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है। वह भी महराजगंज से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं। उनके टिकट के लिए पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी द्वारा अथक प्रयास भी किया जा रहा है। कांग्रेस में अमन मणि के शामिल होने के बाद पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी की धुर विरोधी और स्वर्गीय मधुमिता शुक्ला की बहन कांग्रेस नेत्री निधि शुक्ला कांग्रेस हाईकमान द्वारा अमन मणि त्रिपाठी को टिकट दिए जाने का विरोध करते हुए अनशन पर बैठ गईं हैं। निधि ने मीडिया से कहा है मेरी बहन मधुमिता शुक्ला की हत्या में आजीवन कारावास की सजा भुगत कर जेल से छूटे हत्यारे अमर मणि त्रिपाठी के हत्यारे पुत्र को अगर पार्टी टिकट देती है तो कांग्रेस के खिलाफ एक गलत मैसेज जाएगा। और उससे कांग्रेस की क्षवि धूमिल होगी। इतना ही नहीं जनता में इसका गलत संदेश भी जाएगा। उन्होंने कहा कि वह स्वयं पिछले नौ सालों से कांग्रेस की सदस्य हैं।
इन सब के बावजूद सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही है उसमें अमन मणि त्रिपाठी को टिकट देने से कांग्रेस हाईकमान बच रहा है और अब फरेंदा से अपने पार्टी के विधायक वीरेंद्र चौधरी को महराजगंज लोकसभा सीट पर टिकट देने का मन बना लिया है? आने वाले दो या तीन दिनों में इसकी घोषणा भी हो सकती है।