हर्षोदय टाइम्स/विवेक कुमार पाण्डेय
भिटौली / महाराजगंज:ईद उल-फ़ित्र या ईद उल-फितर मुस्लमान रमज़ान उल-मुबारक के एक महीने के बाद एक मज़हबी ख़ुशी का त्यौहार मनाते हैं। जिसे ईद उल-फ़ित्र कहा जाता है। ये यक्म शवाल अल-मुकर्रम्म को मनाया जाता है। ईद उल-फ़ित्र इस्लामी कैलेण्डर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। इसलामी कैलंडर के सभी महीनों की तरह यह भी नए चाँद के दिखने पर शुरू होता है। मुसलमानों का त्योहार ईद मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला त्योहार है। इस त्योहार को सभी आपस में मिल के मनाते है और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं। पूरे विश्व में ईद की खुशी पूरे हर्षोल्लास से मनाई जाती है
भिटौली क्षेत्र के डेरवा, तरकुलवा,गंगराई, सिसवा मुंशी,विशुनपुर खुर्द, मिर्जापुर पकड़ी,बेलवा बुजुर्ग परसा खुर्द,छपिया, धर्मपुर, भिटौली आदि सभी गांवों में मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा आज ईद मनाई गई लोगो के द्वारा ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गई ,एक दूसरे के घर जाकर सेवई खाई और खिलाई गई सभी ने एक दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी|
