- जेहादियों के चंगुल से पांच साल बाद मुक्त हुई लड़की ने बताई आपबीती
- पुलिस अगर सक्रियता दिखाई होती तो बर्बाद होने से बच गई होती बच्ची
- ढेर सारे सवाल, पर पुलिस के पास नहीं है जबाब
- जबरिया धर्म परिवर्तन के लिए तमाम तरह की शारीरिक तथा मानसिक यातनाएं देकर कराया निकाह
कुशीनगर/ महराजगंज(हर्षोदय टाइम्स) : कुशीनगर के तमकुहीराज थाना क्षेत्र से पांच साल पहले अपहृत 14 साल की लड़की को लव जेहादियों ने अपहरण कर जबरिया मुस्लिम धर्म अपनाने को मजबूर किया। उसे पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जबरन मारपीट कर यौन शोषण करने तथा जबरिया निकाह कराके मुस्लिम धर्म अपनाने पर मजबूर किया गया। पीड़ित लड़की आरोपित के चंगुल से मुक्त होकर किसी तरह से परतावल क्षेत्र के अपनी रिश्तेदारी में आई। उसे ढूंढते हुए तमकुहीराज पुलिस के साथ आरोपित भी आया। दूसरे समुदाय के घर में मुस्लिम नाम की युवती के बारे में पुलिस की पूछताछ देख लोगों ने विरोध किया ।
परतावल चौकी पर परिजनों के साथ पहुंची युवती ने बताया कि पांच साल पहले वह 14 साल की थी। जिसका अपहरण गैर समुदाय के युवक और उसके परिजनों ने करके जबरिया धर्म परिवर्तित कराके निकाह करने पर मजबूर किया गया। युवती ने बताया कि शौच के लिए जाते समय उसका अपहरण कर लिया गया था। उसके साथ आरोपित ने जबरन दुष्कर्म किया और नाम बदल कर मुस्लिम युवती के नाम पर रख दिया। मंदिर में पूजा करने पर बेरहमी से मारा-पीटा। इसके बाद आर्केस्ट्र में नर्तकी बना दिया। पीड़िता के बयान के बाद श्यामदेउरवा पुलिस अपनी सुरक्षा में शनिवार को तमकुही थाने पर ले गई।
पीड़िता के मुताबिक वह अपने परिवार के साथ तमकुही में ही रहती थी। परिवार बहुत ही गरीब है। वर्ष 2020 में वह शौच के लिए बाहर जा रही थी। तभी रास्ते से उसका अपहरण कर लिया गया। कुछ दिन तक तमकुही में ही एक कमरे के अंदर नजरबंद रखा गया। आरोपित ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। वहां से आरोपित उसे अपने साथ कोलकाता ले गया और जबरिया धर्म परिवर्तन के लिए तमाम तरह की शारीरिक तथा मानसिक यातनाएं दी। वहां एक दिन वह मंदिर में दर्शन करने चली गई। इससे नाराज आरोपित ने उसको बेरहमी से पीटा। फर्जी ढंग से मुस्लिम युवती के नाम से आधार कार्ड बनवा दिया। सादे पेपर पर कई जगह अंगूठे का निशान लगवाया। बिना शादी ही जबरन उसके साथ पति की तरह रहने लगा। कोलकाता से उसे साथ लेकर फिर तमकुही आया। वहां आर्केस्ट्रा में नर्तकी के काम पर लगा दिया। माता-पिता भी तमकुही छोड़ दिया था। परतावल क्षेत्र में उसकी मौसी रहती हैं। एक दिन वह आरोपित के चंगुल से जान बचाकर परतावल भाग आई। मौसी के साथ ही माता-पिता रहते हैं। उधर तमकुही राज में आरोपित ने पीड़िता को अपनी कथित पत्नी बताकर गुमशुदगी दर्ज कराई। तमकुही राज पुलिस परतावल पहुंची तो पीड़िता अपने साथ घटी घटना के बारे में जानकारी दी। पीड़िता के बयान के बाद महराजगंज पुलिस ने कुशीनगर पुलिस से बात कर पूरी घटना की जानकारी दी।
युवती के मामले में उसके पति ने गुमशुदगी दर्ज कराया है। पांच साल पहले रजिस्टर्ड निकाह हुआ है। युवती अब उसके साथ नहीं रहना चाहती है। उसे थाने पर बुलाया गया है। पुलिस का कहना है कि युवती अगर कार्रवाई चाहेगी तो उसकी तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब यह भी है कि लड़की के आधार कार्ड के मुताबिक उसकी मौजूदा उम्र इस समय 19 साल है। रजिस्टर्ड निकाह के समय उसकी उम्र 13 साल के करीब थी।
तमकुहीराज पुलिस श्यामदेउरवा क्षेत्र के एक गांव में एक शादीशुदा युवती की तलाश में आई थी। वहां गुमशुदगी का केस दर्ज है। लड़की वहां की पुलिस के साथ नहीं जाना चाहती थी। लड़की को पुलिस टीम के साथ उसके माता-पिता के साथ तमकुही भेजा गया है। लड़की के बयान के आधार पर कुशीनगर पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी।


 
	 
						 
						