हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
महराजगंज! वर्तमान समय में मौसम की परिस्थितियों के दृष्टिगत रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुआई अक्टूबर माह के अन्तिम सप्ताह से प्रारम्भ हो जाने की प्रबल सम्भावना है, जो कि मध्य नवम्बर में चरम पर होगी। रबी फसलों की बुआई की आवश्यकता के अनुसार जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है।
जनपद में उर्वरकों की बिक्री हेतु निजी क्षेत्र में कुल 787 क्रियाशील उर्वरक प्रतिष्ठान हैं, जिनमें से लगभग सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों पर उर्वरक उपलब्ध है। इसी प्रकार सहकारिता क्षेत्र में कुल 86 सहकारी समितियां क्रियाशील हैं, जिनमें से 83 सहकारी समितियों पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा चुकी है। शेष 03 समितियों पर भी आज उर्वरकों का प्रेषण कराया जा रहा है।
वर्तमान समय में जनपद में यूरिया 21498 मैंट्रिक टन, डीएपी 5648 मैंट्रिक टन, एमओपी 1125 मैंट्रिक टन तथा एनपीके 3403 मैंट्रिक टन उपलब्ध है। सहकारिता क्षेत्र में प्रीपोजीशनिंग योजना के अन्तर्गत 3639 मैंट्रिक टन यूरिया, 1940 मैंट्रिक टन डीएपी तथा 710 मैंट्रिक टन एनपीके पीसीएफ के बफर में भण्डारित है।
शासन द्वारा निर्धारित प्लान के अनुसार विभिन्न उर्वरक प्रदायकर्ता कम्पनियों के माध्यम से अक्टूबर माह में यूरिया 13650 मैंट्रिक टन, डीएपी 7850 मैंट्रिक टन, एनपीके 5000 मैंट्रिक टन तथा एमओपी 1250 मैंट्रिक टन प्राप्त होना है। इस समय जनपद में उर्वरकों की कोई कमी नही है। कृषकों को उनकी जोत के अनुसार निर्धारित मात्रा तथा निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराये जाने हेतु सभी को यथावश्यक निर्देश जारी किया जा चुका है।
यूरिया उर्वरक का अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य रू0 266.50 प्रति बैग (45 कि0ग्रा0) है। इसी प्रकार डीएपी उर्वरक का बिक्री मूल्य 1350 रू0 प्रति बैग (50 कि०ग्रा०) है। किसान भाइयों से अनुरोध है कि वे अपने कृषि जोत के आधार पर आवश्यकता के अनुरूप ही निर्धारित मूल्य पर उर्वरक क्रय करें। जनपद के कृषकों की कृषि से संबंधित समस्याओं के निराकरण हेतु जिला कृषि अधिकारी के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका मोबाइल संख्या-8381832756 है।
इसके अतिरिक्त किसान भाई जिला कृषि अधिकारी महराजगंज के मोबाइल सख्या-9452165778 व ए०आर० कोआपरेटिव के मोबाइल संख्या- 8840238718 पर भी कॉल कर के अपनी समस्याओं का निराकरण करा सकते है।
सीमावर्ती क्षेत्रो मे उर्वरकों की तस्करी /अवैध परिसंचलन पर प्रभावी रोकथाम हेतु सम्बंधित उपजिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी को संयुक्त रूप से नोडल अधिकारी नामित किया गया है। जनपद के किसानों एवं प्रबुद्धजनों से अनुरोध है कि उन्हें यदि कहीं से भी उर्वरको की कालाबाजारी/अवैध परिसंचलन की जानकारी मिलती है तो कृपया उसकी सूचना उपरोक्त मोबाइल संख्या/नोडल अधिकारी को अनिवार्य रूप से दें, ताकि उस पर प्रभावी कार्यवाही की जा सके।