बदमाशों के पास से पिछले दिनों नौतनवां में हुई लूट का 16 लाख रूपया,दो तमंचा एक कारतूस और एक ब्रेजा कार बरामद
मनोज कुमार त्रिपाठी/उमेश चन्द्र त्रिपाठी
नौतनवा/महराजगंज(हर्षोदय टाइम्स): महराजगंज में हवाला के पैसों की लूट करने वाले बदमाशों से पुलिस की मुठभेड़ हुई है।पुलिस ने मुठभेड़ के बाद लग्जरी ब्रेजा कार सवार 2 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान एक बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनके पास से 2 तमंचा,कारतूस, लग्जरी कार और 16 लाख रुपए बरामद हुए हैं।
जनपद के पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना का बदमाशों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति,अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह का मार्गदर्शन, पुलिस क्षेत्राधिकारी नौतनवां जय प्रकाश तिवारी के नेतृत्व में आज तड़के सुबह एसओजी प्रभारी महेंद्र यादव,नौतनवां थानाध्यक्ष मनोज कुमार राय, सोनौली कोतवाली प्रभारी अभिषेक सिंह, बरगदवा थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह और थानाध्यक्ष कोल्हुई दिनेश कुमार गौड़ ने संयुक्त रूप से पिछले दिनों नौतनवां कस्बे में हुई लूट में शामिल दो बदमाशों को पकड़ने में सफलता पाई है।
बता दें कि पिछले 20 फरवरी को क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर लुटेरों ने नौतनवां कस्बे में लूट की घटना को अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि एसओजी व नौतनवां पुलिस को सूचना मिली कि पिछले दिनों लूट की घटना को अंजाम देने वाले अपराधी नौतनवां के सुंडी घाट की तरफ दिखे हैं। इसपर पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने घिरता देख पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जबाबी कार्यवाई में एक बदमाश को गोली लग गई और दूसरा भागते हुए गिरकर घायल हो गया। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान निरंजन सिंह पुत्र किरन सिंह निवासी नंदानगर थाना एम्स जनपद गोरखपुर और बाबू सिंह पुत्र उग्रसेन सिंह निवासी पर्सिया थाना सिरौली जनपद देवरिया के रूप में हुई है।
बता दें कि 20 फरवरी को नौतनवां कस्बे में क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर कार सवार बदमाशों ने पहले युवक को रोका और रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए।
बताया जा रहा है कि जिले के नौतनवां थाना क्षेत्र से हुई लूट की घटना में पीड़ित अजय यादव ने पुलिस को अपनी आप बीती बताई थी। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह गोरखपुर से नौतनवां बस द्वारा पहुंचा था। बस से उतरकर वह पैदल ही जा रहा था तभी चार पहिया सवार बदमाश उसे रोक लिए और अपने आपको क्राइम ब्रांच का बताकर गाड़ी में बैठा लिया और फिर डरा धमकाकर रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए।
इस मामले में एसपी सोमेंद्र मीणा ने एसओजी,पुलिस एवं अन्य इंटेलिजेंस की टीमों को मामले की जांच में लगाया था।