सोनौली में मुख्यमंत्री के निर्देश की उड़ाई जा रही है धज्जियां
बीते दिनों मुख्यमंत्री के निर्देश पर सोनौली से दिल्ली तक विना परमिट की चल रहीं पांच बसों को एआरटीओ ने किया था सीज
सुरक्षा एजेंसियों की मिली भगत से इन्हीं बसों से हो रही है बड़े पैमाने तस्करी – सूत्र
सार
परिवहन विभाग डग्गामार बसों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चला रहा है। परिवहन विभाग की तरफ से बीते रविवार को गोरखपुर में जहां सात डग्गामार वाहनों को सीज किया गया वहीं सोमवार को रात 11 बजे सोनौली से दिल्ली तक विना परमिट के चलने वाली नेपाली यात्रियों से भरी पांच बसों को सीज किया गया था।
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज(हर्षोदय टाइम्स) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए कड़े निर्देश के बाद भी सोनौली से दिल्ली तक विना परमिट वाली अवैध बसों को संचालन पुनः शुरू हो गया है।
परिवहन विभाग डग्गामार बसों पर लगाम लगाने के लिए बीते कई दिनों से अभियान चला रहा है। परिवहन विभाग की तरफ से रविवार को गोरखपुर में जहां सात डग्गामार वाहनों को सीज किया गया था वहीं सोनौली बार्डर पर भी सोनौली से दिल्ली तक विना परमिट की चल रहीं नेपाली यात्रियों से भरी पांच बसों को परिवहन विभाग के अधिकारियों ने सीज कर दिया था।
एआरटीओ की इस कार्रवाई ने बस संचालकों में दहशत पैदा कर दिया था परन्तु इसके बाद कानून को धता बताते हुए बस संचालकों ने बुधवार से सोनौली से दिल्ली तक चलने वाली विना परमिट की बसों का संचालन पुनः शुरू कर दिया।
बता दें कि बीते दिनों कन्नौज में हुई भीषण बस दुर्घटना में 18 यात्रियों की मौत के बाद सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट तौर बेहद कड़े निर्देश देकर प्रदेश में चल रही विना परमिट की अवैध बसों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा था। इसी के क्रम में पूरे प्रदेश में परिवहन विभाग के अधिकारी सड़क पर उतर गये हैं और जगह-जगह जांच अभियान की प्रक्रिया चल रही है।
रविवार और सोमवार को गोरखपुर से लेकर सोनौली बार्डर तक अब तक विना परमिट की चल रही 12 बसों को सीज कर दिया गया था। तभी से बसों का संचालन पूरी तरह बंद था। लेकिन बुधवार को पुनः सोनौली स्थित अवैध स्टैंड में अवैध बस को पार्किंग कर नेपाली यात्रियों को बैठाकर दिल्ली भेजा गया।
बता दें कि सोनौली में बस डीपो भी है। जहां गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी,आगरा, कानपुर,जयपुर (राजस्थान) दिल्ली, बिहार समेत कई बड़े शहरों तक परिवहन विभाग की बसों का संचालन होता है। परन्तु निजी बस मालिकों और टैक्सी मालिकों द्वारा विना परमिट के वाहनों के निर्वाध संचालन से परिवहन विभाग को प्रतिमाह करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
इतना ही नहीं नेपाल की बसें भी तीर्थयात्रियों के नाम पर परमिट बनवा कर यात्री ढोने का काम कर रही हैं। यह सब जानते हुए भी जिम्मेदार अधिकारी इसे पकड़ने की जहमत नहीं उठाना चाहते। सोनौली बार्डर पर लगभग आधा दर्जन ऐसे दलाल हैं जो पुलिस और एआरटीओ की मिली भगत से इन गाड़ियों के संचालन में अपनी महती भूमिका निभाते हैं। सोनौली सीमा पर दो दर्जन से अधिक निजी चार पहिया छोटे वाहनों का संचालन बेधड़क होता जिसे सभी जानते हैं। इन निजी गाड़ियों में पुलिस और प्रेस से लेकर तमाम स्टीकर लगे रहते हैं।
सूत्र बताते हैं कि सोनौली से दिल्ली तक विना परमिट चलने वाली बसों से इन दिनों बड़े पैमाने पर तस्करी भी हो रही जिसका पहला स्टापेज जुगियाबारी चौक है जहां तस्कर बसों से सामान उतार कर रातों-रात नेपाल पहुंचा देते हैं। वहीं दूसरी तरफ सोनौली के अनाधिकृत पार्किंग में जब गाड़ियां पहुंचती हैं तो वहां भी तस्करी का सामान उतार कर तस्कर अपने कैरियरों द्वारा रातों-रात नेपाल पहुंचा देते हैं। तस्करों के इस कारनामें से भारतीय राजस्व का ही नहीं नेपाली राजस्व का हर महीने करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है।