हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
महराजगंज जनपद के घुघली विकास खंड में मनरेगा योजना के तहत मजदूरों की हाजिरी को लेकर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े के आरोप सामने आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शासन द्वारा पारदर्शिता के लिए लागू की गई NMMS ऐप व्यवस्था भी यहां प्रभावी साबित नहीं हो पा रही है। कुछ ग्राम सभाओं में एक ही समय की हाजिरी की तस्वीरें अलग-अलग मस्टर रोल पर अपलोड की जा रही हैं, जिससे व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ग्रामीणों के अनुसार कई स्थानों पर मजदूरों को लाइन में खड़ा कर एक ही फोटो खींचकर हाजिरी दर्ज की जा रही है। इससे केवल आगे खड़े मजदूरों की पहचान हो पाती है, जबकि पीछे मौजूद अन्य मजदूरों की वास्तविक उपस्थिति संदिग्ध बनी रहती है। आरोप है कि इसी तरीके से फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिससे वास्तविक जरूरतमंद मजदूरों के अधिकार प्रभावित हो रहे हैं।
सबसे गंभीर सवाल विकास खंड स्तर पर होने वाले सत्यापन को लेकर उठ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जो अधिकारी NMMS ऐप पर अपलोड की गई तस्वीरों का सत्यापन करते हैं, क्या वे यह नहीं देख पा रहे कि एक ही फोटो कई मस्टर रोल पर प्रयुक्त हो रही है या एक ही समय की हाजिरी बार-बार दर्ज की जा रही है। ग्रामीणों ने एक बार फिर शासन से उम्मीद जताई है कि इस तरह की फर्जी हाजिरी पर सख्ती से अंकुश लगाया जाएगा, ताकि मनरेगा योजना का लाभ सही पात्रों तक पहुंच सके।

