हर्षोदय टाइम्स/विवेक कुमार पाण्डेय
भिटौली / महाराजगंज। दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में लगातार बढ़ रही हैं और ठंड ने गेहूं की फसल को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। तापमान में अचानक आई गिरावट से फसलों की बढ़वार रुकने की आशंका को देखते हुए किसानों ने गेहूं को ठंड से बचाने के लिए यूरिया खाद का छिड़काव शुरू कर दिया है।
जनपद महाराजगंज के विभिन्न गांवों में इन दिनों खेतों में किसानों की सक्रियता बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते यूरिया खाद का छिड़काव कर दिया जाए तो गेहूं की फसल ठंड के प्रकोप से सुरक्षित रहती है और पौधों की बढ़वार भी मजबूत होती है।
किसान जगदीश पांडे, अविनाश पटेल, शंभू शरण पटेल, त्रिजुगी पटेल, नाथू पटेल, शमशाद आलम, रवि पटेल, भगवत पटेल, बबलू सहित अन्य किसानों ने बताया कि अचानक बढ़ी ठंड के कारण गेहूं की फसल की देखरेख जरूरी हो गई है। जिन खेतों में सिंचाई का कार्य पूरा हो चुका है, वहां यूरिया खाद का छिड़काव तेजी से किया जा रहा है।
किसानों ने यह भी बताया कि 30 दिन से अधिक पुरानी गेहूं की फसल में यूरिया के साथ पोटाश और जिंक के छिड़काव से कल्ले अधिक निकलते हैं, जिससे उत्पादन बेहतर होता है। कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर किसान समय पर खाद और सिंचाई कर फसल को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहे हैं। मौसम विभाग के विशेषज्ञों के अनुसार क्षेत्र में ठंड का असर अभी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है, ऐसे में किसान अपनी फसल को बचाने के लिए पूरी सतर्कता बरत रहे हैं।

