- महीने भर में 164 युवतियों के गायब होने की हैरान करने वाली रिपोर्ट
- लव जेहाद का इंटरनेशनल हव बना कुशीनगर
- हर रोज गायब की जा रही हैं दर्जनों लड़कियां
- सितंबर माह में जिले के 13 से 25 वर्ष की आयु की 164 लड़कियों को किया जा चुका है गायब
- जुलाई, अगस्त में भी लड़कियों के घर से चले जाने के मामले तीन सौ से अधिक रहे
हर्षोदय टाइम्स से अजय पाठक
कुशीनगर । अच्छे बुरे से अनजान कम उम्र की लड़कियां बहकावे में आकर गलत कदम उठा रहीं हैं। कुछ महीने व साल का संबंध सगे रिश्तों से भारी पड़ रहा। यही वजह है कि यहां हर दिन आठ से दस लड़कियां घर वालों को बिना बताए अपनों से दूर चली जा रही हैं।इनमें किशोरियां ही नहीं युवतियां भी शामिल हैं। आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं।
सितंबर में जिले के अलग-अलग थानों में 13 से 25 वर्ष की आयु की 164 लड़कियों के घर से बिना बताए कहीं चले जाने की शिकायतें प्राप्त हुईं। मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने घर छोड़कर गईं इन लड़कियों की तलाश शुरू की। इनमें 133 लड़कियों को हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल व बिहार आदि राज्यों से पकड़ पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करा घर भिजवाया।
अन्य आज भी उन्हीं युवकों के साथ हैं, जिनके साथ वह बिना बताए चली गई थीं। जांच में इस बात की भी जानकारी मिली कि लगभग सभी लड़कियां परिचित युवकों संग अपनों से दूर गई थीं इनमें कोई तीन तो कोई छह माह पहले से परिचित थी। कुछ ऐसे भी थे, जो एक व दो वर्षों से परिचित थे। बीते जुलाई, अगस्त में भी लड़कियों के घर से चले जाने के मामले दो से तीन सौ के बीच रहे।
एक दिन में दर्ज हो रहे 20 से अधिक लड़कियों का बयान
घर से गायब लड़कियों को पकड़ने के बाद पुलिस पहले इनका मेडिकल कराती है फिर न्यायालय में बयान। बीते शुक्रवार को 22 लड़कियों का न्यायालय के समक्ष बयान हुआ। इसी तरह सोमवार को 23 लड़कियों का बयान दर्ज किया गया। लगभग यही स्थिति अन्य दिनों की भी रह रही है।
सगाई के दिन प्रेमी के साथ गई युवती
तुर्कपट्टी क्षेत्र में दो माह पूर्व एक युवती सगाई के दिन भोर में प्रेमी के साथ चली गई थी। घर वालों ने पुलिस को सूचना दी कि घर की महिलाएं सुबह से ही सगाई की तैयारी में जुटीं थीं। युवती को बुलाने महिलाएं जब कमरे में गई तो वह नहीं मिली।
छानबीन में ज्ञात हुआ कि युवती सगाई के लिए रखे गए आभूषण, नकदी सहित अन्य कीमती सामान अपने साथ ले गई है। मामले में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस युवती व उसके प्रेमी की तलाश में जुटी है। दो माह बाद भी दोनों का सुराग नहीं मिल पाया है।

उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) के पूर्व अध्यक्ष और सामाजिक चिंतक डाॅ धनंजय मणि कहते हैं हिन्दू लड़कियो को भी सोचना चाहिए अपने धर्म का ख्याल रखें। सनातन धर्म से लोगों ने दूरी बना ली है। पुराने रीतिरिवाज और सामाजिक रीतियों को न मानना एक बड़ा कारण है। मैंने तो कई बार लिखा कि कुशीनगर लव जेहाद, लैण्ड जेहाद, मेडिकल जेहाद और मजदूर जेहादियों का अंतर्राष्ट्रीय अड्डा बन चुका है। उत्तराखण्ड के मंगलौर, रूड़की, यूपी के मुरादाबाद,अलीगढ़ से दिहाड़ी मजदूर और फुल्की वाला, बिसारता का सामना बेचने के लालच दिखाकर भोली भाली ग्रामीण युवतियों को पाकिस्तान और अन्य खाड़ी देशों में बेचा जा रहा है। पुलिस की मिली भगत से सब हो रहा है। परन्तु प्रशासन संज्ञान नहीं लेता। आने वाले समय में इसका परिणाम बहुत विस्फोटक होगा।