प्रदेश में बिजली संकट ,महंगाई और भ्रष्टाचार पर पूर्व सभापति ने सरकार पर बोला हमला

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

शिक्षिका के निलंबन को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, बोले , समाजवादी पार्टी लड़ेगी सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो

परतावल /महराजगंज : उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सभापति एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश शंकर पांडेय ने आज दिन बुधवार को नगर पंचायत परतावल में प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता महंगाई, भ्रष्टाचार, बिजली संकट और खाद की भारी किल्लत से परेशान है लेकिन सरकार जनहित के मुद्दे पर संवेदनहीन बनी हुई है।

उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि किसानों को खाद नहीं मिल रही, बिजली की अघोषित कटौती से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। जनपद महराजगंज के ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं, कस्बों तक में रोजाना 8 से 10 घंटे बिजली की कटौती हो रही है। किसान सुबह से लाइन में लगकर खाद के लिए इंतजार करते हैं, लेकिन उनको खाली हाथ घर लौटना पड़ रहा। उन्होंने इसे प्रशासनिक विफलता और सरकार की किसान विरोधी मानसिकता करार दिया।

पूर्व सभापति ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर भलुही को करनौती विद्यालय में मर्ज किए जाने और शिक्षिका को निलंबित करने के मुद्दे पर भी प्रशासन को घेरते हुए कहा कि 26 और 30 जून को बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालय मर्जर का आदेश जारी किया गया था। उसी आदेश के अनुपालन में स्कूल बंद किया गया। इसके बाद भी शिक्षिका को बलि  का बकरा बना कर निलंबित करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब आदेश विभागीय था तो शिक्षिका को सजा क्यों दी गई?

उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि अधिकारियों की तानाशाही और शिक्षकों के प्रति दुर्व्यवहार का प्रतीक है। समाजवादी पार्टी इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी। शिक्षकों और किसानों के अधिकारों के लिए अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी।

पूर्व सभापति ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वह शिक्षा, स्वास्थ्य और किसान जैसी बुनियादी जरूरतों से जनता का ध्यान भटकाकर सिर्फ जाति-धर्म की राजनीति कर रही है।

पार्टी कार्यकर्ताओं ने किया समर्थन

इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन, अरविंद यादव, तबरेज आलम, सोहन जायसवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने शिक्षिका निलंबन प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए तत्काल बहाली की मांग की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *