हर्षोदय टाइम्स / विवेक कुमार पाण्डेय
भिटौली/महाराजगंज:आग से बरियारपुर, लक्ष्मीपुर, सोहरौना में जल गई थी किसानों की 50 एकड़ गेहूं की फसल ,किसानों ने बड़े अरमानों के साथ गेहूं की फसल बोई थी। सोचे थे कि फसल अच्छी होगी तो जिनका लेनदेन है चुकता कर देंगे, लेकिन आठ अप्रैल को अचानक फसल में आग लग गई।
देखते ही देखते कई किसानों के 50 एकड़ से अधिक गेहूं की फसल के साथ उनके अरमान भी जल गए। अब वह राख के बीच गेहूं की बालियां बीन रहे हैं, ताकि कुछ दिन के लिए रोटी का इंतजाम हो सके। सदर तहसील क्षेत्र के बरियारपुर, लक्ष्मीपुर देउरवा, सोहरौना तिवारी एवं बलुआ में अज्ञात कारणों से आठ अप्रैल को आग लगने से दो दर्जन से अधिक किसानों की लगभग 50 एकड़ से अधिक गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई।
ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था। लक्ष्मीपुर देउरवा में जगदीश, जवाहर, संदेश राम दवन, दरश वर्मा, सुरेश वर्मा व पप्पू आदि किसानों की 20 एकड़ से अधिक फसल जल गई। शुक्रवार को दोपहर में लक्ष्मीपुर देउरवा में जगदीश, जवाहर, संदेश, रामदवन, दरश, सुरेश व पप्पु के परिजन झोला, थैला, टोकरी इत्यादि लेकर घर की महिलाओं के साथ खेत में पहुंच गए और अधजली गेहूं की बालियों को एक-एक करके बीनने लगे।
जब उनसे पूछा गया कि जली बालियों का क्या करेंगे तो उनके आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा कि आग बुझने के बाद खेत की तपन कम नहीं हुई थी। बुधवार की रात में आई आंधी-बारिश से धरती की तपन कुछ कम हुई। उन्होंने कहा कि पूरे साल का तो नहीं, लेकिन कुछ दिनों के लिए जरूर रोटी का इंतजाम हो जाएगा। मेहनत-मजदूरी से आगे का भी इंतजाम किया जाएगा।


 
	 
						 
						