यमुना-बेतवा का संगम विदेशी पक्षियों से होने लगा गुलजार,सात समंदर पार से आए साइबेरियन पक्षी

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

हमीरपुर /महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) ।बुंदेलखंड क्षेत्र में पड़ रही कड़ाके ठंड और गलन से जहां लोग घरों में दुबके हैं तो वहीं ये मौसम विदेशी पक्षियों के लिए पसंदीदा बन गया है।हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा के संगम पर ठंड के मौसम में साइबेरियन पक्षियों का झुंड दिखने लगा है।पक्षियों की अठखेलियां स्थानीय लोगों के लिए कौतूहल का कारण बन गई हैं।इन्हें देखने के लिए सुबह-शाम लोग संगम पर आते हैं।

जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर की दूरी पर यमुना और बेतवा नदी का संगम है।यहां ठंड में कई प्रजातियों के विचित्र साइबेरियन पक्षियों का झुंड नजर आने लगता है। पक्षियों का झुंड संगम में अठखेलियां करते हैं,उड़कर दूर तक जाते हैं, फिर वापस पानी में डुबकी लगाते हैं। साथ ही आसपास के खेतों में कीड़े खोजते नजर आते हैं। ठंड में आने वाले यह पक्षी कहां से आते हैं और कहां जाते हैं, इसके बारे में किसी को भी कोई जानकारी नहीं है।

बुंदेलखंड के हमीरपुर , बांदा, झांसी, ललितपुर और महोबा जिले के तालाबों ,नदियों और बांधों में साइबेरियन पक्षी अपना बसेरा बनाते हैं। यहां हर साल ठंड में ये पक्षी सैकड़ों की तादाद में पहुंचते हैं और लगभग एक महीने तक यहां रहते हैं। ठंड खात्म होते ही वापस अपने वतन लौट जाते हैं। इन पक्षियों की सुंदरता देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। हालांकि कुछ लोग इनका अवैध रूप से शिकार भी करते हैं।

ये पक्षी ठंडे देशों से आते हैं,जहां अधिक ठंड और बर्फबारी होती है या फिर कुछ ऐसे देशों से होते हैं,जहां भीषण गर्मी पड़ने लगती है। ये पक्षी कई किलोमीटर का सफर तय कर उन देशों से पलायन करते हैं,जहां मध्यम सर्दी रहती है। ये पक्षी एक से दो महीने तक कम ठंड वाले इलाकों में प्रवास करते हैं और ठंडी खत्म होते ही अपने वतन वापस लौट जाते हैं।

महोबा जिले में विजय सागर पक्षी विहार है,जहां सैकड़ों विभिन्न प्रजातियों के पक्षी पहुंचते हैं,इनमें स्पून विंग डक, सुरखाब,लैपट विंग,कामन टिम,मीटल काबोनेट आदि पहुंचते हैं।इसके साथ ही ये साइबेरियाई पक्षी बुंदेलखंड के विभिन्न स्थानों जैसे नदियों,तालाबों और बांधों में ठंड के मौसम का आनंद लेते हुए देखे जा सकते हैं।

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