सादगी, ईमानदारी और नीतिगत प्रतिबद्धता के प्रतीक थे मनमोहन सिंह : गोविन्द मिश्र

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

  • पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की पुण्य स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा सम्पन्न

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो महराजगंज

महराजगंज के सक्सेना सभागार, पीजी कॉलेज में आज पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की पुण्य स्मृति में एक भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, साहित्यकार एवं राजनीतिक दलों के नेता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता युवा हल्ला बोल के कार्यकारी अध्यक्ष गोविन्द मिश्रा ने की, जबकि संचालन का दायित्व जिलाध्यक्ष अशफ़ाक खान ने निभाया।

सभा में प्रमुख रूप से फरेंदा विधायक वीरेंद्र चौधरी, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सिद्धार्थ नाथ शुक्ला, समाजवादी पार्टी व्यापार सभा के उपाध्यक्ष विजय जायसवाल, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नूर आलम, वरिष्ठ कांग्रेस नेता विनोद सिंह, कपिल देव शुक्ला, अब्दुल गनी, सपा नेता जितेंद्र यादव, लेखक केएम अग्रवाल, प्रबंधक सलीम ख़ान, समसुल जुहा खान, समाजसेवी देवेश पांडेय और कवि राजेश स्वर्णकार ने डॉ. सिंह के व्यक्तित्व, विनम्रता और राष्ट्र सेवा के प्रति उनके अद्वितीय योगदान को स्मरण किया।

सभा को संबोधित करते हुए युवा हल्ला बोल के कार्यकारी अध्यक्ष गोविन्द मिश्रा ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जी का जीवन सादगी, ईमानदारी और नीतिगत प्रतिबद्धता का प्रतीक था। उनके नेतृत्व में देश ने आर्थिक विकास के कई महत्वपूर्ण पड़ाव पार किए। उनकी दूरदृष्टि और समर्पण आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। डॉ मनमोहन सिंह ने हमेशा आम लोगों के हितों को सोचा। मनमोहन सिंह जी की बातों को आम जन मानस तक पहुंचाना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

सभा को संबोधित करते हुए फरेंदा विधायक वीरेन्द्र चौधरी ने कहा की डॉ मनमोहन सिंह जी का पूरा जीवन ही प्रेरणादायी है उनके कार्यकाल में रोज़गार लिए मनरेगा जैसी योजना आई, उनके कार्यकाल में सूचना के अधिकार का क़ानून आया, उनके ही कार्यकाल में खाद्य सुरक्षा क़ानून भी आया। आम लोगों के अधिकारों को मनमोहन सिंह जी की सरकार ने मज़बूत बनाया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवा हल्ला बोल के जिलाध्यक्ष अशफ़ाक खान ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री रहते हुए भारत में लुक ईस्ट नीति को अपनाया तथा प्रधानमंत्री बनने पर आर्थिक मंदी में दौर में भी भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया।

कार्यक्रम के आयोजन में संतोष सत्यार्थी, तशरीफ़ ख़ान, चंद्रशेखर जायसवाल, अंकित मिश्रा, सत्येंद्र गुप्ता, किशन गुप्ता, गोपाल शाही, रऊफ़ सिद्दीक़ी और अरुण गौतम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

सभा के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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