हर्षोदय टाइम्स/उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ /सिद्धार्थ नगर / महराजगंज! भारत-नेपाल सीमा पर बुधवार को एक ईरानी नागरिक को बिना वीजा के अवैध रूप से नेपाल जाने की कोशिश में गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से कई पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पूछताछ में पता चला है कि वह अपने दोस्त के साथ ड्रग्स का धंधा करता था। उसके दोस्त को पुलिस ने पकड़ लिया इस वजह से वह अपने देश भागने की फिराक में था।
दो साल दिल्ली में ड्रग के धंधेबाज अमित सिंह साथ रह रहा था कामरान
बता दें कि भारत-नेपाल सीमा के ककरहवा बार्डर पर बिना वीजा भारत से नेपाल जाने की फिराक में एक ईरानी नागरिक को एसएसबी व पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए ईरानी नागरिक का नाम कामरान चकमेह पुत्र मंसूर है। वह ईराना के तेहरान पर्स स्ट्रीट टानाड एलए सादी नंबर 20/2 का रहने वाला है।
टीम ने उसके पास से चार पासपोर्ट, रवि कुमार पुत्र ऋषि कुमार निवासी विराटखंड लखनऊ के नाम का दो फर्जी आधार कार्ड, दो पहचान पत्र व दिल्ली से गोरखपुर का रेलवे टिकट बरामद किया है। उसके अलावा एक मोबाइल, पांच सिम कार्ड, दो एटीएम कार्ड व 13 हजार भारतीय रुपये भी बरामद हुआ है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह दो वर्षों से दिल्ली स्थित अपने परिचित अमित सिंह के घर पर रह रहा था।
मोहना थाना पुलिस ने उससे पूछताछ के आधार पर बताया कि कामरान अक्सर नेपाल आता जाता था। दिल्ली में ड्रग का धंधा करने वाला दिल्ली के बसंतकुंज निवासी अमित सिंह भी धंधे के सिलसिले में नेपाल आता-जाता था। वहां कामरान अमित के संपर्क में आ गया। दो वर्ष पहले कामरान की मुलाकात फिर लुंबिनी में हुई।
वहां से दोनों किसी रास्ते भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गये। उसके बाद से कामरान दिल्ली में अमित के साथ ही रह रहा था। दीपावली के दिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अमित के ठिकाने पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। कामरान उसके बाद से नेपाल भागने की तैयारी में था। ताकि वह वहां से अपने देश जा सके।
उसने रवि कुमार पुत्र ऋषि कुमार के नाम से दिल्ली से ट्रेन से गोरखपुर की टिकट कराई और वह गोरखपुर उतर गया। गोरखपुर से कैब बुक करके वह मोहाना थाना क्षेत्र के ककरहवा बार्डर पहुंच गया। यहां से वह नेपाल जाने की फिराक में था।
इसी दौरान एसएसबी व मोहाना थाने की संयुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया। कामरान को गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी मोहाना अनूप कुमार मिश्र, ककरहवा चौकी प्रभारी राकेश त्रिपाठी, मुख्य आरक्षी उमेश कुमार, एसएसबी के उपनिरीक्षक ओमप्रकाश, परितोष सिंह व अन्य शामिल रहे।
थानाध्यक्ष अनूप कुमार मिश्रा ने बताया कि कामरान के पास भारत का वीजा नहीं था। इसके पास जो पासपोर्ट मिले हैं, उसमें से एक पर दो वर्ष पहले नेपाल की इंट्री है। इसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा गया है।