सार
नेपाल में कथित तौर पर होने वाली अपराधिक गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए यूपी एटीएस की यूनिट पांच जिलों में स्थापित की जाएगी
हर्षोदय टाइम्स / उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ /महराजगंज! उत्तर प्रदेश के पांच संवेदनशील जिलों में आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की यूनिट स्थापित करने की तैयारी है। राज्य सरकार ने इसकी अनुमति प्रदान कर दी है, जिसके बाद आवश्यक संसाधन जुटाए जा रहे हैं। ये यूनिट पीलीभीत, मिर्जापुर, खीरी, सिद्धार्थनगर और मुरादाबाद में स्थापित की जानी हैं, जो कि नेपाल सीमा और सांप्रदायिक दृष्टि से खासे संवेदनशील हैं।
बता दें कि वर्तमान में एटीएस की 18 यूनिट प्रदेश में कार्यरत हैं, जिसमें सहारनपुर की देवबंद की स्थापना बीते दिनों की गई है। राज्य सरकार एटीएस को विस्तार देने के लिए कई जिलों में कमांडो सेंटर के साथ यूनिट भी शुरू करने जा रही है। इससे आतंकी संगठनों के स्लीपिंग माड्यूल के साथ कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा सकेगी। इस दौरान उच्च जोखिम वाले ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों की खरीद का प्रस्ताव भी शासन भेजा गया है। जिसमें रडार सिस्टम, स्नाइपर राइफलें, पंप-एक्शन शॉटगन, नाइट-विजन ड्रोन कैमरे, नाइट वेपन साइट और थर्मल इमेजिंग स्नाइपर साइट आदि खरीदे जाने हैं।
एटीएस को और किया जा रहा है मजबूत
राज्य सरकार ने तीन वर्ष पूर्व 12 जिलों में एटीएस के कमांडो सेंटर बनाने की घोषणा की थी, जिसकी प्रक्रिया जारी है। श्रावस्ती, बहराइच, मेरठ, अलीगढ़, ग्रेटर नोएडा (जेवर एयरपोर्ट), आजमगढ़ (निकट एयरपोर्ट), कानपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र व देवबंद में एटीएस का कमांडो ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा वाराणसी और झांसी में एटीएस की यूनिट स्थापित करने की कवायद भी जारी है।