सार
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सिद्धार्थनगर के बढ़नी से संबंधित मुद्दों पर प्रमुखता से आवाज उठाई गई है। समाजवादी शिक्षक सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मणेन्द्र मिश्रा ने बलिया सांसद सनातन पांडेय से भेंट कर इमिग्रेशन चेक पोस्ट, एनिमल क्वारेन्टाइन सेवा केंद्र, और भारत-नेपाल मैत्री भवन जैसे आवश्यक सुधारों के लिए पहल करने की मांग की है।
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
सिद्धार्थनगर /महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स): ! भारत-नेपाल सीमा पर स्थित शोहरतगढ़ तहसील के बढ़नी से सम्बंधित अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर आधारित ज्ञापन समाजवादी शिक्षक सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मणेन्द्र मिश्रा ‘मशाल’ ने भारत सरकार विदेश मंत्रालय के अस्थाई समिति के सदस्य और बलिया सांसद सनातन पांडेय को देकर समाधान के लिए प्रयास का आग्रह किया है। मिश्रा ने कहा कि बढ़नी भारत-नेपाल रिश्तों की दृष्टि से महत्वपूर्ण केंद्र है लेकिन लगातार उपेक्षा और उदासीनता के कारण बढ़नी की महत्ता उभरकर सामने नहीं आ पाई।
इस समस्या के समाधान के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से संवाद करने के लिए समाजवादी पार्टी के बलिया सांसद सनातन पांडेय से भेंट कर चर्चा किया गया। पाण्डेय हाल ही में गठित भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की अस्थाई समिति के सदस्य मनोनीत किए गए हैं। मणेन्द्र मिश्रा ने विदेश मंत्रालय के संज्ञान के लिए सांसद को दिए गए ज्ञापन में तीन मुद्दों को प्रमुखता से शामिल किया है, जिसमें पहला बिंदु सोनौली की भांति शोहरतगढ़ के बढ़नी में इमिग्रेशन चेक पोस्ट स्थापित किए जाने जिससे दुनिया के विभिन्न देशों के पर्यटकों की आवाजाही आसान हो सके, शामिल है। वहीं दूसरा मुद्दा वाणिज्यिक गतिविधियों एवं व्यापारियों के आसानी के लिए बढ़नी में फल/सब्जियों के बिना किसी रुकावट के नियमानुसार आवाजाही के लिए प्लांट क्वारंटाइन (पादप स्वच्छता प्रमाणपत्र) की दो साल पूर्व स्थापना के बाद एनिमल क्वारेन्टाइन प्रमाणन सेवा केंद्र की स्थापना को उठाया गया है।
इस समय बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर के लोगों को बकरी,मुर्गा, भेड़ जैसे जानवरों को सीमा उस पार भेजने के लिए विषाक्त मुक्त सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दिल्ली जाना पड़ता है। जिसके कारण सीमा पर पशुओं की तस्करी होती है इससे राजस्व की भारी हानि होती है और स्थानीय व्यापारियों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके समाधान के लिए बढ़नी में एनिमल क्वारेन्टाइन प्रमाणन सेवा केंद्र की स्थापना बेहद आवश्यक है जबकि तीसरा बिंदु हिन्दुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र स्वर्गद्वारी बाबा प्रभुनाथ मंदिर दर्शन के लिए हर साल लाखों की संख्या में नेपाल जाने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा सहित भारत-नेपाल की सामाजिक/सांस्कृतिक/साहित्यिक कार्यक्रमों के लिए भारत-नेपाल मैत्री भवन जैसी किसी योजना या संरचना निर्माण हेतु पहल शामिल है।