नौतनवां कस्टम विभाग द्वारा डिस्ट्राय किए गये चाइनीज लहसुन को जमीन खोदकर उठा ले गए ग्रामीण , बना चर्चा का विषय

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

उमेश चन्द्र त्रिपाठी

नौतनवां/ महराजगंज!महराजगंज के नौतनवां में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां मंगलवार को कस्टम विभाग द्वारा लगभग 1400 बोरी चीनी लहसुन को नष्ट कर जमीन में गाड़ दिया गया था। लेकिन बुधवार सुबह से ही स्थानीय और आसपास के गांवों के लोग नष्ट की गई लहसुन की खेप को जमीन खोदकर फिर से निकाल ले गए हैं। ग्रामीणों द्वारा की गई इस कार्रवाई की नगर समेत पूरे क्षेत्र में जोर-शोर से चर्चा है।

चीनी लहसुन नौतनवां के गैस गोदाम के पीछे के क्षेत्र में पाया गया। जहां कल अधिकारियों द्वारा इसे जमीन में दबाकर, डीजल डालकर जलाया गया था। इसके बावजूद ग्रामीण इसे ले जाने के लिए टूट पड़े।

कस्टम विभाग के अधिकारियों ने इस लहसुन को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हुए नष्ट कर दिया था।

बताया जाता है कि यह लहसुन चीन से तस्करी कर लाया गया था। इसे गंदे पानी व खतरनाक रसायनों से उगाया जाता है। जिसके कारण यह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।

स्थानीय ग्रामीण इस लहसुन को निकालकर फिर से इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि गरीबी और बढ़ती महंगाई के चलते उनके पास भोजन के सीमित साधन हैं। इस लहसुन को साफ कर खाने लायक बनाया जा सकता है।

ग्रामीणों का मानना है कि इस लहसुन को साफ करके खाने में कोई नुकसान नहीं होगा। जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस लहसुन के सेवन से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही इस लहसुन को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक घोषित कर दिया था। फिर भी ग्रामीण इसे इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।

लंबे समय में हो सकता है कैंसर का खतरा

स्वास्थ्य अधिकारी अमित राव गौतम का कहना है कि इस प्रकार के लहसुन में खतरनाक रसायनों की मौजूदगी के कारण इसके सेवन से कई बीमारियां हो सकती हैं। जैसे कि पेट के संक्रमण, फूड प्वॉइजनिंग और लंबे समय में कैंसर का खतरा हो सकता है।

यह घटना एक बार फिर से इस बात को रेखांकित करती है कि महंगाई और गरीबी के कारण लोग कितने मजबूर हो जाते हैं। प्रशासन को अब ग्रामीणों को जागरुक करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। ताकि वे इस प्रकार के हानिकारक खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।

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