महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : जिले के बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। अब बिजली का बिल बनाने में मीटर रीडरों की मनमानी नहीं चल सकेगी। मीटर रीडर ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन (ओसीआर) एप्लीकेशन की मदद से बिल बनाएंगे। इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की जा सकेगी।
जानकारी के अनुसार, जिले में कुल चार लाख 63 हजार 508 बिजली उपभोक्ता हैं। इन उपभोक्ताओं तक समय से बिजली का बिल पहुंचाने की जिम्मेदारी 450 मीटर रीडरों के हाथों में है। अभी तक मीटर रीडर विद्युत उपभोक्ता के मीटर से रीडिंग लेकर मशीन से बिल बनाते हैं। इसमें कई बार उपभोक्ता मीटर रीडिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाते रहते हैं। विद्युत विभाग ने बिजली उपभोक्ताओं को इस समस्या से निजात के लिए बेहतर पहल किया है।
समस्या को देखते हुए विभाग की ओर से ओसीआर (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन) से बिजली का बिल बनाने का निर्णय लिया गया है। इससे काम भी शुरू कर दिया गया है। यह एप्लीकेशन मीटर रीडर के मोबाइल में लोड रहेगा। इससे मीटर रीडर जैसे ही मीटर से रीडिंग और डिमांड की फोटो खींचेगा तो वैसे ही रीडिंग और डिमांड एप्लीकेशन पर दर्ज हो जाएगी।
उसी के अनुसार बिल भी बन जाएगा। इस एप्लीकेशन की ऑनलाइन मॉनीटरिंग भी होती रहेगी। पहले मीटर रीडर द्वारा मैनुअल मशीन से रीडिंग अंकित कर बिल दिया जाता था। ऐसे में कई बार मीटर रीडर बिना मौके पर गए ही, बिल बनाकर भेज देते थे, लेकिन बिजली निगम की ओर से अब इस नई तकनीकी व्यवस्था से मीटर रीडरों की मनमानी पर अंकुश लगेगा।
विद्युत वितरण खंड प्रथम अधिशासी अभियंता शैलेंद्र गौतम ने बताया कि जिले में बिजली उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग में गड़बड़ी से निजात के लिए ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन (ओसीआर) एप्लीकेशन की विद्युत विभाग की व्यवस्था बनाई गई है। नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को बिजली बिल में गड़बड़ी की समस्या से निजात मिलेगी।
