मोदी के नामांकन के दौरान एनडीए के ज्यादातर नेता रहे मौजूद
पीएम के नामांकन में आज उमड़ा जनसैलाब
उमेश चन्द्र त्रिपाठी ब्यूरो
वाराणसी/ महराजगंज!(हर्षोदय टाइम्स): पीएम मोदी ने आज वाराणसी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव का दर्शन करने के पश्चात नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रधानमंत्री के नामांकन के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई पार्टियों के चीफ और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी के नामांकन को देखते हुए आज वाराणसी कलेक्ट्रेट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। वाराणसी के बीएलडब्यू गेस्ट हाउस से निकलने के बाद पीएम मोदी सीधे दशाश्वमेध घाट पहुंचे। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना की।
इस बीच नामांकन कार्यक्रम में बुलाए गए दिग्गज नेताओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। पहले आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के चीफ चंद्रबाबू नायडू वाराणसी पहुंचे। इसके बाद दूसरे नेताओं के आने का क्रम शुरू हो गया। कुछ देर बाद गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय, मंत्री रामदास अठावले, चिराग पासवान, पशुपति पारस भी वाराणसी पहुंच गए, सभी को एक बस में बैठाकर वाराणसी डीएम आफिस ले जाया गया।
काल भैरव का आशीर्वाद लेकर किया नामांकन
वहीं, दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की पूजा-अर्चना करने के बाद पीएम मोदी काल भैरव मंदिर के लिए रवाना हो गए। कुछ ही देर में पीएम मोदी वाराणसी के काल भैरव मंदिर पहुंच गए। यहां दर्शन करने के बाद वह सीधे नामांकन करने के लिए वाराणसी के डीएम ऑफिस पहुंचे। डीएम दफ्तर परिसर से अपने 4 प्रस्तावकों को साथ लेकर वह नामांकन करने के लिए पहुंच गए। यहां उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया।
एनडीए के कई बड़े नेता नामांकन में रहे मौजूद
बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे, मेघायल के सीएम कोनार्ड संगमा, अजीत गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल, रिपब्लिकन पार्टी के चीफ और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू, पवन कल्याण, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय निषाद, अनुप्रिया पटेल, ओमप्रकाश राजभर, जयंत चौधरी, अम्बुणि रामदास, जीके वासन, देवनाथन यादव, तुषार वेल्लापल्ली, अतुल बोरा, प्रमोद बोरो, पशुपति पारस, भूपेंद्र चौधरी मोजूद रहे।