13 लोग निरुद्ध, 27 पर जुर्माना, 7 कंबाइन मशीनें सीज; किसानों से की अपील ,“पराली न जलाएं, पर्यावरण बचाएं”
हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
महराजगंज, 12 नवम्बर। जनपद में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने स्वयं कमान संभाल ली है। उन्होंने बुधवार को सदर तहसील क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग, लखिमा और कटहरा सहित कई गांवों का औचक निरीक्षण कर खेतों में पराली जलाने की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने 13 लोगों को निरुद्ध कर 27 किसानों पर जुर्माना ठोका, जबकि 7 कंबाइन मशीनें बिना एसएमएस के संचालित होने पर सीज की गईं।
निरीक्षण के दौरान ग्राम रामपुर बुजुर्ग में एक कंबाइन मशीन को बिना एसएमएस के धान की कटाई करते पाया गया, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए मशीन को सीज करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि पराली जलाना गैरकानूनी कार्य है और इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी शर्मा ने किसानों से संवाद करते हुए पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इससे भूमि की उर्वरता घटती है, वातावरण प्रदूषित होता है और मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पराली को जलाने के बजाय हैप्पी सीडर, सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम (SMS) जैसे उपकरणों से उसका प्रबंधन करें।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य दंड देना नहीं, बल्कि जागरूकता बढ़ाना है। किसानों को प्रेरित करते हुए जिलाधिकारी ने अतिरिक्त पराली को गौशालाओं को दान करने का सुझाव दिया और कहा कि पराली ले जाने की व्यवस्था जिला प्रशासन स्वयं करेगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि उच्चतम न्यायालय और एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार, पराली जलाने के दोषी पाए जाने वालों पर मुकदमे दर्ज कर आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को निर्देश दिया कि किसानों को निःशुल्क या सब्सिडी पर मिलने वाले उपकरणों का अधिकाधिक प्रचार करें, ताकि वे इनका लाभ उठा सकें।
इस अभियान के दौरान जिलाधिकारी के निर्देश पर पूरे जनपद में 80 किसानों को नोटिस जारी किए गए और कुल ₹2,72,500 का जुर्माना वसूला गया।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी की इस पहल की सराहना करते हुए पराली न जलाने का संकल्प लिया।
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि “हम सबकी जिम्मेदारी है कि पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखें। पराली जलाने से किसी को भी लाभ नहीं, बल्कि नुकसान ही होता है।”

