गोरखपुर में सील हुए अस्पतालों के बाद अब महराजगंज में ‘माही हॉस्पिटल’ के नाम पर खेल रहा मरीजों की जान से
सीएमओ ने किया जांच के लिए टीम गठित जल्द होगी कार्यवाही
परतावल/महराजगंज।(हर्षोदय टाइम्स) गोरखपुर का कुख्यात मेडिकल माफिया रंजीत निषाद एक बार फिर सुर्खियों में है। गोरखपुर में उसके कई फर्जी अस्पताल सील होने और मुकदमे दर्ज होने के बाद अब उसने महराजगंज जिले के श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के गोधवल चौराहे पर ‘माही हॉस्पिटल’ नाम से नया ठिकाना बना लिया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह अस्पताल बिना पंजीकरण और बिना किसी डॉक्टर की उपस्थिति के संचालित हो रहा है। पर्चे पर किसी डॉक्टर का नाम दर्ज नहीं किया जाता और मरीजों का इलाज अनुभवहीन स्टाफ द्वारा किया जा रहा है।
कई अस्पताल पहले भी हुए सील
करीब पांच वर्ष पूर्व रंजीत निषाद ने भटहट कस्बे में ‘प्रियांशु हॉस्पिटल’ खोला था, जहां स्वीपर द्वारा कराए गए प्रसव में नवजात की मौत के बाद अस्पताल सील हुआ। इसके बाद उसने उसी भवन में ‘सत्यम हॉस्पिटल’ शुरू किया, लेकिन वहां भी इलाज के दौरान एक महिला की मौत पर मुकदमा दर्ज हुआ और अस्पताल दोबारा सील कर दिया गया।
उसी मामले में रंजीत पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई और संपत्ति जब्त कर ली गई थी। जमानत पर छूटने के बाद उसने ‘दिव्य जागृति हॉस्पिटल’ में डॉक्टर बनकर काम शुरू किया, लेकिन मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में दलाली के आरोप में उसका नाम सामने आने पर वह फिर फरार हो गया।
माही हॉस्पिटल में फिर शुरू हुआ खेल
कुछ माह पूर्व रंजीत ने गोधवल चौराहे पर ‘न्यू अपोलो हॉस्पिटल’ के नाम से एक और अस्पताल खोला था, जहां एक नवजात की मौत के बाद जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया। डॉक्टर दुर्गेश प्रजापति के नाम पर पंजीकृत इस अस्पताल में रंजीत और उसका साथी सोनू इलाज कर रहे थे। मामले में मुकदमा दर्ज हुआ और अस्पताल सील कर दिया गया।
अब उसी भवन में ‘माही हॉस्पिटल’ नाम से फिर से अस्पताल शुरू कर दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से संभव हुआ है।
मानवाधिकार आयोग को शिकायत
इस पूरे मामले की शिकायत ह्यूमन राइट्स काउंसिल के प्रदेश सदस्य व जिलाध्यक्ष सूरज कुमार चौहान ने की है। उन्होंने रंजीत निषाद को गोरखपुर का नामजद अभियुक्त और गैंगस्टर एक्ट का आरोपी बताया है।
जांच के निर्देश
सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ल ने बताया कि ‘माही हॉस्पिटल’ की जांच के लिए डॉक्टरों की टीम गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

