हर्षोदय टाइम्स/ विमलेश कुमार पाण्डेय
घुघली में हॉस्पिटल संचालक ने खबर प्रकाशित करने पर पत्रकार को दी धमकी
महराजगंज। घुघली-नौरंगिया मार्ग पर बिना पंजीकरण चल रहे फर्जी हॉस्पिटल का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। समाचार प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील किया, मगर यह कार्रवाई केवल दिखावे की साबित हुई। मुख्य गेट पर शटर तो सील किया गया, लेकिन ओटी खुला छोड़ दिया गया। हैरत की बात यह रही कि संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की औपचारिकता तक पूरी नहीं की गई।
अस्पताल सील के महज चार दिन बाद ही अस्पताल संचालक ने सील तोड़कर पुनः संचालन शुरू कर दिया। सवाल उठता है कि विभाग की मौजूदगी में आखिर बिना अनुमति अस्पताल कैसे चालू हो गया?
स्थानीय स्तर पर चर्चा है कि अस्पताल संचालक अश्वनी पाठक निषाद पार्टी से जुड़ा हुआ है और राजनीतिक दबाव का इस्तेमाल कर विभागीय कार्रवाई को प्रभावित कर रहा है। यही वजह है कि बार-बार लापरवाही और लीपापोती देखने को मिल रही है।
डिप्टी सीएमओ पहुंचे, फिर भी मुकदमा नहीं दर्ज
पत्रकार द्वारा खबर उजागर किए जाने के बाद डिप्टी सीएमओ मौके पर पहुंचे और अस्पताल पर दोबारा ताला लगवाया। लेकिन उनकी मौजूदगी में भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। पूछने पर उन्होंने केवल आश्वासन देकर बात टाल दी। सीएमओ से संपर्क करने की कोशिश की गई, मगर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
सबसे गंभीर पहलू यह है कि अस्पताल संचालक ने एक दिन बाद पत्रकार को फोन कर धमकी दी और कहा कि आपने फर्जी खबर छापी है, हम कोर्ट से मुकदमा दर्ज कराएंगे। इस घटना से पत्रकार संगठन में आक्रोश व्याप्त है। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर विभाग ने संचालक पर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
