हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
महराजगंज, 27 अगस्त 2025। कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को आयोजित सीएम डैशबोर्ड समीक्षा बैठक अचानक फटकार सभा में तब्दील हो गई। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने विभागवार प्रगति की समीक्षा करते ही अफसरों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी।
मंडी आय और आवक में कमी देखकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और सख्त लहजे में कहा – “गिरती आय बर्दाश्त नहीं की जाएगी, हर हाल में सुधार लाएं।”
इसी बीच डिजी शक्ति योजना में टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण की धीमी रफ्तार पर जिलाधिकारी का पारा और चढ़ गया। उन्होंने आईटीआई माधवनगर के प्राचार्य पर गाज गिराते हुए स्पष्टीकरण तलब कर लिया।
राजस्व वसूली में सुस्ती दिखाने वाले आबकारी, परिवहन और खनिकर्म विभागों को भी दो टूक निर्देश दिया गया कि लक्ष्य पूरा करें वरना सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
बैठक में लंबित न्यायालयीन वादों पर जिलाधिकारी ने विशेष चिंता जताई। धारा 34, निर्विवाद उत्तराधिकार और मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से जुड़े मामलों के शीघ्र निस्तारण का निर्देश देते हुए कहा कि “01 से 05 साल तक मामले लंबित रहने की स्थिति बर्दाश्त नहीं होगी।”
आईजीआरएस निस्तारण को लेकर भी जिलाधिकारी का लहजा तल्ख रहा। उन्होंने कहा कि समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें, शिकायतकर्ता को आख्या दें और SOP का कड़ाई से पालन करें।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने साफ चेतावनी दी – “सीएम डैशबोर्ड पर खराब प्रगति जनपद की रैंकिंग गिरा रही है। सुधार न हुआ तो जिम्मेदार अफसर जवाबदेही से नहीं बच पाएंगे।”
बैठक में एडीएम (वि/रा) डॉ. प्रशांत कुमार, एडीएम (न्यायिक) नवनीत गोयल, सभी एसडीएम, जिला आबकारी अधिकारी अतुल द्विवेदी, एआईजी स्टाम्प आलोक शुक्ला, जिला विद्यालय निरीक्षक पी.के. शर्मा, तहसीलदार, ईओ सहित तमाम अफसर मौजूद रहे।

