- भारत का मोस्ट वांटेड सबसे बड़ा अवैध हथियार सप्लायर के खिलाफ एक बड़ा कदम
- आईएसआई और डी कंपनी से है उसके गहरे संबंध
- बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी आया था नाम
हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो/अजय कुमार पाठक कुशीनगर
कुशीनगर और महराजगंज के नेपाल बार्डर काठमांडू में नेपाल, दिल्ली पुलिस और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाल पुलिस के साथ एक संयुक्त ऑपरेशन में भारत के सबसे बड़े अवैध हथियार सप्लायर ‘सलीम पिस्टल’ को गिरफ्तार कर लिया है। सलीम के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और दाऊद की डी कंपनी से लिंक हैं। वह गैंगस्टर्स को हथियार सप्लाई करता था। उसकी गिरफ्तारी से बड़ा नेटवर्क बेनकाब हो सकता है।
नेपाल में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने नेपाल पुलिस के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में देश का सबसे बड़ा अवैध हथियार सप्लायर शेख सलीम उर्फ सलीम पिस्टल को पकड़ा गया है। ‘सलीम पिस्टल’ पिछले कई सालों से पाकिस्तान से भारत में अत्याधुनिक हथियारों की सप्लाई कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियों को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि सलीम के संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से भी गहरे संबंध हैं।
सलीम पिस्टल का गैंगस्टर नेटवर्क
सलीम पिस्टल लॉरेंस बिश्नोई, हाशिम बाबा जैसे बड़े गैंगस्टरों को भी पाकिस्तान से आने वाले हथियारों की सप्लाई करता था। यहां तक कि वह सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के एक आरोपी का गुरु भी रह चुका है।
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी
सलीम को साल 2018 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में वह विदेश भाग गया। हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इनपुट मिला कि सलीम नेपाल में छिपा हुआ है। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने उसे नेपाल में धर दबोचा।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में भी आया था नाम
सलीम पिस्टल का नाम बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में भी सामने आया था। सलीम दिल्ली के सीलमपुर इलाके का रहने वाला है और उसका पूरा नेटवर्क भारत और पाकिस्तान के बीच फैला हुआ था। सलीम पिस्टल ने आर्थिक तंगी के चलते आठवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। वह कार ड्राइवर बन गया और 1992 में उसकी शादी हुई।
आरोपी की आपराधिक प्रोफाइल- शेख सलीम उर्फ सलीम पिस्टल
गिरफ्तार अपराधी का पूरा नाम शेख सलीम और उपनाम सलीम पिस्टल है। उसके पिता का नाम मोहम्मद शरीफ हैं। उसका जन्म वर्ष 1972 में हुआ है।उसका स्थायी पता मकान संख्या 1034, गली नंबर 34, जाफराबाद, दिल्ली है। उसके परिवार में पांच भाई, दो बहनें, पत्नी, एक बेटा और एक बेटी भी है।
आपराधिक इतिहास
- वाहन चोरी (2000)
साथी मुकेश गुप्ता उर्फ काका के साथ मिलकर गाड़ियों की चोरी करने लगा।
7 अप्रैल 2000 को चांदनी चौक से एक मारुति वैन चुराई।
एफआईआर संख्या- 70/2000 | धारा 379/411/34 आईपीसी
25 मई 2000 को गिरफ्तार किया गया।
- हथियार बंद डकैती (2011)
7 अगस्त 2011 को जाफराबाद के एक घर से हथियारों के बल पर 20 लाख रुपये की डकैती की।
एफआईआर संख्या- 243/2011 | धारा 395/397 आईपीसी
18 सितंबर 2013 को गिरफ्तार होकर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी
सलीम पिस्टल की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है। यह गिरफ्तारी भारत में चल रहे अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब सुरक्षा एजेंसियां उससे जुड़े नेटवर्क और पाकिस्तान से उसकी सांठगांठ की गहराई से जांच कर रही हैं।

