अर्जुन चौधरी/हर्षोदय टाइम्स
सिसवा बाजार/महराजगंज- नगरपालिका सिसवा सहित आसपास के विभिन्न गावों में दीपावली के दिन लोगों ने पांडाल सजाकर महालक्ष्मी, महासरस्वती व श्री गणेश जी का श्रद्धापूर्वक पूजन अर्चन किया।
दीपों से जुड़ा महापर्व दीपावली हिंदुओं का प्रसिद्ध त्योहार है। हिंदू मान्यता के अनुसार यह पर्व अंधेरे पर प्रकाश की विजय और जीवन में सुख-सौभाग्य के साथ धन-धन्य की कामना से जुड़ा हुआ है। दिवाली या फिर कहें दीपावली से पांच पर्व जुड़े हुए हैं, जिसका आरंभ धनतेरस से होता है और नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा के बाद भाई दूज पर जाकर इसका समापन होता है।
हिंदू मान्यता के अनुसार कार्तिक मास के अमावस्या पर मनाए जाने वाले दीपावली पर्व पर शुभ और लाभ के देवता भगवान गणेश, धन की देवी मां लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर, विद्या की देवी मां सरस्वती और मां काली की पूजा का विधान है।

सिसवा क्षेत्र के बरवा द्वारिका में छोटेलाल विश्वकर्मा ने अपने दरवाजे पर हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती व श्री गणेश भगवान की प्रतिमा रखकर व भव्य पांडाल सजाकर अपने परिवार सहित बड़े ही धूमधाम से पूजन-अर्चन किया।बातचीत के दौरान छोटेलाल विश्वकर्मा ने बताया कि यह आयोजन मेरे परिवार के लोगों द्वारा पिछले 22 वर्षो से होता आ रहा है। 02 नवम्बर 2024, शनिवार को डीजे के धुन पर झूमते नाचते इन सभी मूर्तियों का विसर्जन बेलवा घाट गंडक नदी में किया गया।

इस अवसर पर आयोजनकर्ता छोटेलाल विश्वकर्मा, कृष्णलाल विश्वकर्मा, कृष्णमुरारी विश्वकर्मा, सुनील विश्वकर्मा, किशन, आशीष सहित तमाम लोग मौजूद थे। मूर्ति विसर्जन के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस प्रशासन भी मौजूद रही।
