बच्ची की मौत के मामले में डीएम हुए सख्त,संरक्षण अधिकारी की सेवा समाप्त का आदेश

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो

नौतनवां /महराजगंज जनपद के नौतनवां तहसील क्षेत्र के बगहा रेलवे अंडरपास के समीप टीन शेड में रहने वाली बेसहारा बच्ची की मौत के मामले जिला प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। डीएम अनुनय झा के आदेश पर संरक्षण अधिकारी की सेवा समाप्त कर दी गई है।

बता दें कि जनपद के नौतनवां तहसील क्षेत्र के बगहा रेलवे अंडरपास के पास टीन शेड में तीन साल की मासूम बच्ची की मौत के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। इस आया1

आ आए#|©दस में संरक्षण अधिकारी जकी अहमद की सेवा समाप्त कर दी गई है। बताया जा रहा है कि मासूम बच्ची के बारे में सूचना मिलने के बाद संरक्षण अधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया और मौके पर नहीं पहुंचे।

ग्रामीणों के अनुसार इसकी जानकारी देने के लिए कई अफसरों को फोन किया। संरक्षण अधिकारी जकी अहमद तक भी सूचना दी गई। इसके बावजूद जकी अहमद समेत किसी अधिकारी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिससे टीन शेड में ही बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत की सूचना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्ची के दोनों मासूम भाई बहन को वन स्टॉप सेंटर ले गई। इस मामले में प्रोबेशन विभाग ने संरक्षण अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर बुधवार को जिलाधिकारी के निर्देश के बाद संरक्षण अधिकारी जकी अहमद की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई। जिला प्रोबेशन अधिकारी शांत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर संरक्षण अधिकारी की सेवा समाप्त कर दी गई है।

बताया गया कि नौतनवां तहसील क्षेत्र के जोगियाबारी स्थित श्मशान घाट के समीप एक मंदिर में मासूम बच्ची अपने माता-पिता व कुल सात भाई बहनों के साथ रहती थी। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। एक भाई नौतनवां में कबाड़ बीनने का काम करता है। दो भाई कहीं चले गए हैं। एक भाई कन्नौज के चाइल्ड लाइन में है। दो माह पहले बच्चों की मां भी कहीं चली गई है। उसके बाद बच्चों का पिता भी रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। माता पिता के लापता होने के बाद तीन साल की बच्ची अपनी आठ साल की बड़ी बहन व पांच साल के भाई के साथ बगहा रेलवे अंडरपास के पास खाली पड़े टीन शेड में रहती थी। मासूम बच्चों को ग्रामवासी भोजन दे देते थे। एक सप्ताह पहले बच्ची बीमार हो गई।

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