सीएमओ ने पनियरा व मंसूरगंज पीएचसी का किया औचक निरीक्षण, चार डॉक्टर सहित 13 स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

अनुपस्थित पाए जाने पर डॉक्टर का वेतन रोका,बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं

सीएमओ के निरीक्षण में एक स्टाफ नर्स को छोड़ सीएचसी मंसूरगंज के डॉ. सहित सभी कर्मचारी मिले अनुपस्थित

पीएचसी पनियरा के निरीक्षण में एक डॉक्टर और एक नेत्र सहायक मिले अनुपस्थित

उमेश चन्द्र त्रिपाठी

पनियरा/महराजगंज(हर्षोदय टाइम्स) :  महराजगंज जनपद के नवागत सीएमओ के औचक निरीक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मंसूरगंज पनियरा में तीन डॉक्टर और आठ पैरामेडिकल कर्मचारी अनुपस्थित मिले। पीएचसी पनियरा में एक डॉक्टर और एक नेत्र सहायक अनुपस्थित मिले। सीएमओ ने नाराजगी जाहिर कर इन सभी का एक दिन का वेतन बाधित करने के साथ ही तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। सीएमओ डॉ. दिलीप सिंह बुधवार को पूर्वाह्न साढ़े आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मंसूरगंज पनियरा पहुंचे। वहां पर एक स्टाफ नर्स ड्यूटी पर उपस्थित मिली। लेकिन सीएचसी पर तैनात तीन डॉक्टर और आठ पैरामेडिकल कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सीएमओ ने नाराजगी जाहिर कर अनुपस्थित तीनों डॉक्टर के अलावा आठ पैरामेडिकल कर्मचारियों का वेतन बाधित कर दिया। इन अनुपस्थित डॉक्टर और कर्मचारियों से तीन दिन के अंदर सीएमओ कार्यालय को स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण नही मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

इसके बाद सीएमओ पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे पीएचसी पनियरा पहुंचे। वहां पर एक डॉक्टर और एक नेत्र सहायक अनुपस्थित मिले। सीएमओ ने अनुपस्थित डॉक्टर और नेत्र सहायक का एक दिन का वेतन बाधित करने के साथ ही तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया है। इस मौके पर पीएचसी प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अशोक कुमार, डॉ. शमशाद, डॉ. अधिदेव कश्यप, डॉ. सतेंद्र, डॉ. बकाउल्लाह अंसारी और धर्मेन्द्र सिंह सहित कई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

सीएमओ ने कहा कि ओपीडी का समय सुबह आठ से अपराह्न दो बजे तक है लेकिन सीएचसी मंसूरगंज में साढ़े आठ बजे तक कोई डॉक्टर नही पहुंचा था। ऐसे में बीमारी से गंभीर मरीजों को त्वरित इलाज मिलना मुश्किल है। सीएमओ डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मचारियों को समय से ड्यूटी पहुंचना है। इसके साथ ही मरीजों को बेहतर व त्वरित इलाज दिलाना प्राथमिकता है। इसमें किसी तरह की लापरवाही या मनमानी क्षम्य नही होगी। अनुपस्थित डॉक्टर और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन बाधित करने के साथ ही स्पष्टीकरण तलब किया गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण नही मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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