मृतका के भाई ने एसपी को सौंपा ज्ञापन पत्र , की निष्पक्ष जांच की मांग
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स): महराजगंज जनपद के बृजमनगंज थाना क्षेत्र मे बीते रविवार को धानी कस्बे के कानापार निवासी मनीष मिश्रा की पत्नी विजयलक्ष्मी सहित 12 वर्षीय पुत्र शौर्य की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या होने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। इस घटना के बाद मृतका के पति मनीष मिश्रा की गैर मौजूदगी संदेहास्पद लगी। पुलिस द्वारा प्रथम दृष्टया मृतका के पति पर जाने से मारने का शक किया गया। इसी शक के आधार पर स्थानीय पुलिस उसके तलाश में जुट गई थी।
मालूम हो कि घटना के दो दिन बाद मृतका के पति मनीष मिश्रा का शव राप्ती नदी में मिला जिसके बाद पुलिस के संरक्षण में मृतक के पिता द्वारा दाह संस्कार किया गया। पुलिस अभी तक यह जान भी नहीं पायी कि महिला और उसके नाबालिग पुत्र की हत्या किसने की और क्यों की तभी मृतक महिला के भाई ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन के माध्यम से सास,ससुर और जेठानी पर हत्या का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।
बताते चलें कि धानी बाजार में बीते दिनों एक मकान के अंदर खून से लथपथ मां बेटे का शव पुलिस ने बरामद किया वहीं मृतक महिला के ससुर ने अपने ही पुत्र पर पत्नी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए हत्या का शक जाहिर करते हुए केस दर्ज कराया। पुलिस दोहरे हत्याकांड का पुख्ता सबूत न मिलने पर पिता द्वारा दी गई तहरीर पर मनीष को आरोपी मानते हुए तलाश में जुट जाती हैं।
घटना के दूसरे दिन मंगलवार को राप्ती नदी में एक युवक की लाश पुलिस को मिलती है जिसकी कद काठी हुबहू मनीष से मिलती हैं तथा उसके गले में जनेऊ भी मौजूद था। पुलिस द्वारा मनीष के पिता को बुलाकर शिनाख्त कराने पर पिता ने अपने पुत्र के रूप में पहचान किया। हालांकि पुलिस अभी संतुष्ट नजर नहीं आ रही है और शव से डीएनए सैंपल निकाल कर जांच कराने की बात कह रही है।
पुलिस द्वारा पीएम कराकर शव को उसके पिता को सौंप दिया गया। पिता ने ही शव का अंतिम संस्कार किया। मनीष के मृत्यु के साथ ही पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझती हुई नजर आने लगी है। क्योंकि पुलिस जिसे हत्यारा समझ रही थी वह तो मर चुका है। अब पुलिस के सामने सवाल यह है कि मनीष मरा कैसे ? क्या उसने आत्महत्या की या उसकी हत्या कर शव नदी में फेंक दिया गया?
महिला एवं पुत्र की जघन्य हत्या किसने और क्यों की ?
क्या जब यह हत्या हुई तो मृतक पत्नी या बच्चे ने बचाव के लिए कोशिश नहीं की? पुलिस अभी इसी कड़ी को जोड़ने के प्रयास में लगी हुई हैं।
इस संबंध में थानाध्यक्ष बृजमनगंज श्यामसुंदर तिवारी ने मीडिया से कहा कि जांच पडताल चल रही हैं गुनाहगार कितना भी चालाक हो कानून के हाथ से बच नहीं सकता।