हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
किशनगंज/महराजगंज ! अवैध रूप से भारत के रास्ते नेपाल से बांग्लादेश जाने के दौरान एसएसबी 12 वीं बटालियन की दिघलबैंक कंपनी ने बांग्लादेशी मूल के अमेरिकी नागरिक को शनिवार को पकड़ा। उसके पास से अमेरिका व बांग्लादेश के कई दस्तावेज के साथ कई देशों की मुद्राएं व कार्ड बरामद किए गए हैं।
घुसपैठ में सहयोग करने के आरोप में पश्चिम बंगाल के मालदा जिला स्थित रतुआ निवासी मुहम्मद मुखलेश को भी पकड़ा गया है। भारतीय सीमा में किशनगंज स्थित दिघलबैंक बाजार में दोनों के बीच रुपये लेनदेन को लेकर हो रही अनबन की सूचना पर दोनों को पकड़ा गया।
गिरफ्तार अमेरिकी नागरिक की पहचान 41 वर्षीय सैफुल आलम के रूप में हुई है। वह पिछले वर्ष मार्च माह से टूरिस्ट वीजा पर नेपाल के काठमांडू में रहता था। उसकी वीजा अवधि 25 नवंबर, 2023 को ही समाप्त हो गई थी। कुछ दिनों तक वह नेपाल में छिपकर रहा था।
नेपाल के काकरभिट्ठा में मालदा रतुआ निवासी मुहम्मद मुखलेश के साथ उसकी जान पहचान हुई। नेपाल के काकरभिट्ठा से बंगलादेश वाया सिलीगुड़ी पहुंचाने की डील पर सीमा पार कर सैफुल दिघलबैंक के खरवालटोली मोहामारी आ गया।
शनिवार को दिघलबैंक बाजार की एक दुकान में दोनों में रुपये के लेनदेन को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़ा को देखकर किसी ने एसएसबी को सूचना दी। सूचना मिलते पर पहुंचे एसएसबी ने दोनों को हिरासत में ले लिया।
उसके पास से करीब नौ क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, किसान कार्ड, न्यू जर्सी (अमेरिका) का ऑटो ड्राइविंग लाइसेंस, अमेरिकन डालर, बांग्लादेशी पासपोर्ट, कुछ नेपाली करेंसी, नेपाल का एक कार्ड सहित अन्य सामान पाया गया।
दोनों को एसएसबी ने दिघलबैंक पुलिस को सौंप दिया। थानाध्यक्ष सुमेश कुमार ने मीडिया को बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपितों पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।