हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो 
चौक बाजार/महराजगंज- गुरु-शिष्य परंपरा की गौरवशाली विरासत को समर्पित पर्व गुरु पूर्णिमा जिले भर में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई।
इस अवसर पर गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय, चौक बाजार, महराजगंज में एक भव्य समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य लेफ्टिनेंट डॉ. रामपाल यादव ने कहा कि सनातन संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोच्च माना गया है।  “मनुष्य की पहली गुरु उसकी मां होती है, जो जन्म देती है। धरती, मां, पिता, शिक्षक और आध्यात्मिक गुरु – इन पांच गुरुओं के आशीर्वाद से ही जीवन में सार्थकता प्राप्त होती है।”
गुरु के बिना गति नहीं, यह वाक्य केवल कथन नहीं, बल्कि जीवन का सत्य है। उन्होंने कहा कि गुरु केवल किताबी ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि जीवन को देखने और समझने की दृष्टि भी प्रदान करते हैं। इस समारोह में महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण, कर्मचारीगण और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। सभी ने गुरु के चित्र पर पुष्प अर्पित कर, दीप प्रज्वलन और श्लोक उच्चारण के साथ गुरु परंपरा को नमन किया। गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर महाविद्यालय परिसर में आध्यात्मिक वातावरण छाया रहा। विद्यार्थियों ने भी अपने शिक्षकों के चरणों में नमन कर आशीर्वाद लिया और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
इस प्रकार महाविद्यालय में गुरु-शिष्य का संबंध मजबूत करते हुए गुरु पूर्णिमा का पर्व भक्ति, श्रद्धा और संस्कारों के साथ मनाया गया।
 
	

 
						 
						