स्वयं व दूसरों को युद्ध कौशल में निपुण बनाता मार्शल आर्ट
दुर्गावती देवी इंटर कॉलेज प्रयागनगर भैंसा में मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेते छात्र व छात्राएं
हर्षोदय टाइम्स/ विवेक कुमार पाण्डेय
भिटौली /महाराजगंज : सदर तहसील के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था दुर्गावती देवी में अध्ययनरत छात्र व छात्राएं डाकू,चोर,उचक्कों ,लुटेरों व शोहदों आदि से आत्मरक्षा व दूसरों की रक्षा हेतु इन दिनों अपने विद्यालय पर ही मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण ले रहे हैं । यह विद्यालय उत्तर प्रदेश मार्शल आर्ट प्रशिक्षण एशोसिएशन द्वारा सत्र 2025-26 हेतु अप्रैल 2025 से मार्च 2026 तक जनपदीय मुख्य प्रशिक्षण केंद्र बनाया गया है। इस अवधि में जिले के प्रशिक्षणार्थी बच्चे यहां प्रशिक्षण व बेल्ट प्रमोशन के लिए आएंगे ।अंतर्राष्ट्रीय मार्शल खिलाड़ी व राष्ट्रीय जज -रेफरी,पांचवां ब्लैक बेल्ट धारी व जिले में मार्शल आर्ट के संस्थापक व 50 वर्षों से सेवारत बतौर प्रशिक्षक सदर के पनेवा-पनेई गांव निवासी सिहान राजेंद्र विश्वकर्मा ने बच्चों को जागरूक करते हुए कहा कि मार्शल आर्ट एक विश्वव्यापी खेल कला है जो युद्ध कौशल के गुण की सीख देती है।इसका उपयोग स्वयं या दूसरों को बचाने के लिए किया जाता है।यह विभिन्न प्रकार के युद्ध व आत्मरक्षा के तकनीकों का एक संग्रह है । इसका मुख्य उद्देश्य मनोरंजन सहित शारीरिक और मानसिक शक्ति का विकास करना तथा आत्म-अनुशासन सिखाना है। जापानी मार्शल आर्ट जुडो व कराटे सहित भारत में कलारीपट्टू,गतका,मर्दानी खेल आदि प्रमुख रूप से मार्शल आर्ट सिखाए जाते हैं।
