हर्षोदय टाइम्स/विवेक कुमार पाण्डेय
भिटौली/महाराजगंज: परतावल विकासखंड अंतर्गत तरकुलवा तिवारी निवासी सात वर्षीय सरफराज पुत्र मोहम्मद आजम खान ने भी रमजान के पावन महीने में अपना पहला रोजा रखा मुस्लिम समाज का पवित्र महीना रमजान कल रविवार से शुरू हो गया है. माना जाता है कि रमजान के माह में अल्लाह हर एक नेकी के बदले कई गुणा नेकियों का सवाब अता फरमाते हैं. आज रमजान के पहले दिन बड़ों के साथ-साथ मासूम बच्चों ने भी रोजा रखा है.
खुदा से प्रेम और इबादत के लिए कोई नवी उम्र नहीं होती। रमजान माह में रोजेदार हां रोजा रखकर खुदा की इबादत कर रहे हैं। इसमें बच्चे भी पीछे नहीं हैं। क्षेत्र में बड़ी संख्या में बच्चे भी इस बरकत के महीने में इबादत कर रहे हैं। खासकर ऐसे बच्चे अधिक उत्साहित हैं जो अपने जीवन में पहली बार रोजा रख रहे हैं। दिन भर रोजे में रहने के बाद वे इफ्तार किया।
बडे बुजुर्गों को देखकर छोटे बच्चों को भी रोजा रखने की इच्छा होती थी। शुरू में उन्हें लगता था कि दिन भर वे कैसे बिना खाए-पीए रह पाएंगे सरफराज ने बताया कि जब आज वह रोजा रखा, भूख का बिल्कुल अहसास नहीं हुआ। यह अल्लाह का करम है। रोजा रखने साथ ही मस्जिद में जाकर पांच वक्त की नमाज अदा कर अल्लाह की इबादत की। वह रमजान में पूरा रोजा रखने की बात कह रहा है। बच्चों के घर वाले भी बच्चों के उत्साह को देखकर काफी खुश हैं। खजूर और शरबत से खोला रोजा सरफराज ने बताया कि इफ्तार के समय घरवालों के साथ इफ्तार करना और सुबह में उठकर सेहरी करना अच्छा लगा है।


