उमेश चन्द्र त्रिपाठी ब्यूरो
महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) ! जेल अधीक्षक प्रभात सिंह ने बताया कि जिला कारागार महराजगंज को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने पर जिला जेल को क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम (क्यूएमएस) व इन्वायरमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (इएमएस) श्रेणी में सभी मापदंड पर खरा उतरने पर आईएसओ 9001: 2015 का प्रमाण पत्र मिला है। यह प्रमाण पत्र फोटॉन मैनेजमेंट सर्विसेज के लीड ऑडिटर विनय शर्मा ने जेल अधीक्षक प्रभात सिंह को दिया। इस मौके पर जेलर सहित कारागार के अधिकारी व अन्य कर्मी मौजूद रहे।
जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल प्रशासन का उद्देश्य जेल में बंदियों को बेहतर वातावरण प्रदान करना और सभी सेवाओं गुणवत्तापूर्ण करना है और इसके लिए जेल में लगातार नवाचार किया जाता है। इसी कड़ी में आईएसओ प्रमाणन हेतु जिला कारागार में कुल 17 बिंदुओं जैसे– स्वछ जेल परिसर , कानून का अनुपालन, जेल परिसर में कैदियों के नियम /कर्तव्य/ अधिकार, साफ और स्वच्छ आधुनिक
रसोई घर,पर्यावरण संरक्षण , पेड़-पौधे और फल-फूलों का संरक्षण,बागीचा,औषधीय पौधों का रोपण,जल संचयन, सोलर एनर्जी का उपयोग, जल निस्तारण का प्रबंधन, ऑफिस मैनेजमेंट को विश्वस्तरीय बनाने का कार्य किया गया।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी महोदय के मार्गदर्शन में जेल में बंदियों के लिए व्यवसायिक कोर्स और अन्य सुविधाओं को भी विकसित किया गया है। इन्हीं सब कदमों और सबके समन्वित प्रयास के परिणाम स्वरूप जिला कारागार को आईएसओ 9001–2015 प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ है।
उन्होंने जिला जज, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित सभी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
उन्होंने बताया कि जिला जेल 2011 से संचालित है। वर्तमान में जेल में बंदियों की कुल संख्या 656 रही, जिसमे 10 विदेशी हैं। जेल में अधीक्षक के अतिरिक्त एक जेलर, तीन डिप्टी जेलर, 48 वार्डर/कांस्टेबल, 17 हेड वार्डर/हेड कांस्टेबल, दो फार्मासिस्ट, एक डॉक्टर हैं। बंदी महिलाओं की देखभाल करने के लिए दो महिला हेड वार्डन व पांच महिला वार्डन हैं।
आईएसओ सर्टिफिकेशन के लिए कारागार प्रशासन द्वारा 09 मार्च 2024 को आवेदन किया गया था। फोटॉन मैनेजमेंट सर्विसेज के लीड ऑडिटर विनय शर्मा सहित तीन सदस्यीय टीम ने जेल परिसर का अवलोकन किया और उसके उपरांत जिला कारागार को क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम (क्यूएमएस) व इन्वायरमेंट मैनेजमेंट सिस्टम (इएमएस) श्रेणी में सभी मापदंड पर खरा उतरने पर उक्त प्रमाण-पत्र प्रदान किया।