जिलाधिकारी ने किया गोसदन मधवलिया का निरीक्षण, वृक्षारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

उत्तर प्रदेश महाराजगंज

गोसदन को आत्मनिर्भर बनाने हेतु कार्य करें अधिकारी: जिलाधिकारी

गोसदन आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण का बन सकता है मॉडल: जिलाधिकारी

गोसदन में निर्मित उत्पादों को बेहतर मार्केट लिंकेज प्रदान करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने का दिया निर्देश

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो

महराजगंज- 09 जून 2025, जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा द्वारा आज गोसदन मधवलिया का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान गोशेड, गोकास्ट व वर्मी कंपोस्ट निर्माण का कार्य देखा और परिसर में नियमित रूप से साफ–सफाई कराने का निर्देश दिया। साथ ही समय–समय पर गोशालाओं में विशेष सफाई अभियान चलाने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने गोशाला में विद्युत ट्यूबवेल के स्थान पर सोलर ट्यूब लगवाने के लिए कहा ताकि गोसदन में विद्युत आपूर्ति बाधित होने की दशा में भी जलापूर्ति बाधित न हो और विद्युत बिल को भी बचाया जा सके। उन्होंने गोसदन की भूमि पर सोलर प्लांट लगवाने हेतु कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया। गोसदन कार्यालय की मरम्मत हेतु बीडीओ निचलौल को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने गोसदन में वर्मी कंपोस्ट और गोकास्ट निर्माण का काम भी देखा और गोसदन को होने वाली आय की जानकारी ली। सीवीओ महराजगंज ने बताया कि गोसदन में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कुल 143 कुंतल गोकाष्ठ का निर्माण किया गया है। अब तक समूह द्वारा 93 कुंतल गोकाष्ठ की बिक्री ₹ 500/कुंतल की दर से की गई है। बिक्री से गोसदन को ₹ 9300/– की आय हुई है, जबकि महिला स्वयं सहायता समूह को ₹ 37200/- की आय हुई है। इसी प्रकार गोसदन में अबतक कुल 550 कुंतल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण स्वयं सहायता समूह द्वारा किया गया है। कुल 342 कुंतल कंपोस्ट की बिक्री से गोसदन को ₹ 48000/- और समूह को ₹ 179772/- की आय प्राप्त हुई है। जिलाधिकारी ने कहा कि गोसदन आत्मनिर्भर बनने के साथ–साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सशक्त करने में बेहतर कार्य कर रहा है और इसको एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा सकता है। आवश्यकता इसके आय के साधनों में वृद्धि की है। इसके लिए अधिकारी गोसदन में निर्मित उत्पादों को और बेहतर मार्केट लिंकेज प्रदान करवाने हेतु कार्ययोजना तैयार करें। इसके उपरांत उन्होंने भूसा, हरा चारा आदि की स्थिति को देखा और निर्देश दिया कि पशुओं को हरे चारे की और बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु हरे चारे का उत्पादन बढ़ाएं। उन्होंने रेंजर मधवलिया को निर्देशित किया कि गोसदन की भूमि पर बांस का रोपण कराएं, जिससे गोसदन को अतिरिक्त आय प्राप्त हो सके। जिलाधिकारी ने लिंग आधारित गर्भाधान को प्रभावी तरीके से कराए जाने हेतु सीवीओ को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि गोसदन की व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारी प्रयास करें कि गोसदन को आत्मनिर्भर बन सके और न सिर्फ अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति अपने संसाधनों से कर सके, बल्कि कुछ आय भी अर्जित कर सके।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने गोसदन स्थित शिव मंदिर में पूजन अर्चन किया और परिसर में पीपल के पौधे का रोपण कर लोगों को वृक्षारोपण करने का संदेश दिया। गोशेड के निरीक्षण के दौरान गोवंशो को गुड़ और केला भी खिलाया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिम्मेदार सुनिश्चित करें कि गोवंशो की देखभाल बेहतर तरीके से हो और उनको गोआश्रयों में सुरक्षित और स्वच्छ परिवेश मिले। कहा कि गोवंश संरक्षण मा. मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश शासन की शीर्ष प्राथमिकता है और अधिकारी इसी के अनुरूप कार्य करें।

निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी निचलौल नंद प्रकाश मौर्या, सीवीओ डॉ हौसला प्रसाद, बीडीओ निचलौल सुश्री शमा सिंह, तहसीलदार निचलौल अमित सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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